नई दिल्ली: भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार को कारोबार के दौरान बीएसई पर करीब 3% बढ़कर 1304.35 रुपये पर पहुंच गए। ब्रोकरेज फर्म सिटी ने कंपनी के स्टॉक को ‘बाय’ रेटिंग में अपग्रेड करने के साथ ही इसका टारगेट मूल्य बढ़ाकर 1,530 रुपये कर दिया है। पिछले छह महीनों में ब्रॉडर भारतीय बाजार के मुकाबले इसने 20% अंडरपरफॉर्म किया है। सिटी की अपनी ताजा रिपोर्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए आशावादी दृष्टिकोण अपनाया है। रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार और जियो में ग्रोथ की संभावनाओं से सिटी ने अपना रुख बदला है। निवेश बैंक का मानना है कि रिलायंस के शेयरों में गिरावट के कारण इसका मूल्यांकन अब काफी आकर्षक हो गया है।
ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के रिफाइनिंग मार्जिन में अपेक्षित सुधार है। चीन की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता कम होने से आरआईएल के रिफाइनिंग सेगमेंट को लाभ होने की संभावना है, जो आखिरकार कंपनी के मुनाफे को बढ़ाएगा। ब्रोकरेज की रिपोर्ट में जियो की मजबूत स्थिति पर भी जोर दिया गया है। माना जा रहा है कि कंपनी भविष्य में टैरिफ बढ़ोतरी कर सकती है। सिटी का अनुमान है कि जियो डेटा मूल्य निर्धारण को बढ़ाने या अपने बढ़ते 5G नेटवर्क को अधिक प्रभावी ढंग से मॉनिटाइज करने के अवसरों का लाभ उठा सकता है। इससे भारत के दूरसंचार क्षेत्र में उसका नेतृत्व मजबूत होगा।
टेलिकॉम और रिटेल का प्रदर्शन
हालांकि उसका साथ ही कहना है कि निकट भविष्य में रिटेल सेगमेंट कंपनी के प्रदर्शन पर दबाव बना सकता है। सिटी को लगता है कि रिटेल इनकम में अगली दो तिमाहियों में भी नरमी बनी रहेगी। इन चुनौतियों के बावजूद सिटी का अपग्रेड RIL के डाइवर्सिफाई बिजनस मॉडल और क्षेत्र-विशिष्ट चुनौतियों से निपटने की इसकी क्षमता में विश्वास को दर्शाता है। रिलायंस का जुलाई-सितंबर में नेट प्रॉफिट 16,563 करोड़ रुपये रहा था जो पिछले तिमाही से में 9.4% अधिक था। टेलिकॉम और रिटेल सेगमेंट में कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा। सितंबर तिमाही में परिचालन से रेवेन्यू 2.35 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही में दर्ज 2.36 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा कम है।