अदाणी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों में इंडियन म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का कुल निवेश 43,455 करोड़ रुपये का था। यह आंकड़ा 31 अक्टूबर 2024 का है। ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी पर कुछ सरकारी इकाइयों को रिश्वत देने के आरोपों के बाद 21 नवंबर 2024 को ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैपिटल में 2.2 लाख करोड़ की गिरावट आई। अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर 21 नवंबर को 20 पर्सेंट तक लुढ़क गए। अमेरिका में अदाणी और कंपनी के अन्य सीनियर एग्जिक्यूटिव्स पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है।
बहरहाल, म्यूचुअल फंड होल्डिंग में गिरावट का आंकड़ा 22 नवंबर को उपलब्ध हो सकेगा। म्यूचुअल फंड रिसर्च प्लेटफर्म वैल्यू रिसर्च के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, अदाणी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों (NDTV को छोड़कर) में भारतीय एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMCs) की हिस्सेदारी है। जुलाई में म्यूचुअल फंडों का इन 10 कंपनियों में निवेश 41,814 करोड़ रुपये था, जो अक्टूबर में बढ़कर 43,455 करोड़ रुपये था।
ग्रुप की कंपनियों के लिहाज से देखा जाए, तो म्यूचुअल फंडों का सबसे ज्यादा निवेश (12,102 करोड़ रुपये) अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनोमिक जोन में था। एक्टिव इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का अदाणी पोर्ट्स में 5,308 करोड़ रुपये निवेश था, जबकि बाकी निवेश इंडेक्स फंड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs) जैसे पैसिव फंड में था।
वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, अंबुजा सीमेंट्स में म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स की हिस्सेदारी जुलाई 2024 से बढ़ी है। इस कंपनी में म्यूचुअल फंडों का निवेश 10,689 करोड़ रुपये था, जिनमें से 10,100 करोड़ रुपये का निवेश एक्विटी इक्विटी फंड्स में था। अक्टूबर 2024 में अदाणी एंटरप्राइजेज की म्यूचुअल फंड होल्डिंग बढ़कर 8,714 करोड़ रुपये हो गई, जबकि जुलाई 2024 में यह आंकड़ा 7,291 करोड़ रुपये था।