गौतम अदाणी और अदाणी ग्रुप के अन्य एग्जीक्यूटिव्स पर रिश्वत देने के लगे आरोपों के बाद यूएस बेस्ड इनवेस्टमेंट फर्म GQG Partners के शेयरों में ऑस्ट्रेलिया में लगभग 10 प्रतिशत की गिरावट आई। राजीव जैन की GQG Partners, अदाणी समूह के शेयरों में एक बड़ी निवेशक है। अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स ने अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी पर आरोप लगाया है कि वह सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर से अधिक की रिश्वत ऑफर करने वाली एक स्कीम में शामिल हैं।
अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सागर आर. अदाणी और MD-CEO विनीत एस. जैन पर भी अमेरिकी कानूनों को तोड़ने का आरोप लगाया गया है।
क्या है GQG की अगली स्ट्रैटेजी
इन आरोपों के सामने आने के बाद GQG Partners ने निवेशकों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की है। कंपनी ने कहा कि वह घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है और अदाणी समूह में अपने पोर्टफोलियो एक्सपोजर का रिव्यू कर रही है। ऐसा इसलिए ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि कोई एक्शन जरूरी है या नहीं। फर्म ने कहा कि उसके क्लाइंट्स की 90 प्रतिशत से अधिक संपत्ति अदाणी समूह से संबंध न रखने वाले इश्यूअर्स में इनवेस्टेड हैं, जिससे एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो सुनिश्चित होता है। ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटीज एक्सचेंज पर GQG का शेयर 9.85 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2.38 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर पर आ गया।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ब्रुकलिन, न्यूयॉर्क के प्रॉसीक्यूटर्स ने बुधवार को आरोप लगाया कि अदाणी और अन्य डिफेंडेंट्स ने अमेरिकी निवेशकों से पैसे जुटाने की कोशिश करते हुए स्कीम के बारे में झूठ बोला। अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स ने यह भी आरोप लगाया कि इस दौरान सबूत मिटाने और अमेरिकी अधिकारियों को झूठ बोलकर न्याय में बाधा डालने की कोशिश भी की गई।
मार्च 2023 में अदाणी स्टॉक्स में लगाए थे 15,446 करोड़
इस साल की शुरुआत में हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद GQG Partners, अदाणी स्टॉक्स में एक प्रमुख निवेशक रही है। अदाणी पोर्ट्स, अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी एंटरप्राइजेज सहित अदाणी समूह की कंपनियों में इसके निवेश की शुरुआत मार्च 2023 में 15,446 करोड़ रुपये के निवेश से हुई थी। तब से यह बढ़कर लगभग 80,000 करोड़ रुपये हो चुका है।