Zomato QIP: फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स लीडर जोमैटो लिमिटेड दिसंबर में 1 अरब डॉलर का QIP लॉन्च करने की तैयारी में है। मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने अपने प्रस्तावित क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) पर काम करना शुरू कर दिया है और इसके लिए इनवेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टैनली को भी नियुक्त किया है। कंपनी का इरादा इस ऑफर के जरिये 8,500 करोड़ रुपये जुटाना है।
सूत्रों के मुताबिक, इस QIP के लिए एक या दो और इनवेस्टमेंट बैंक को भी नियुक्त किया जा सकता है। इससे जुड़ी डील की साइज 80 करोड़ डॉलर से 1 अरब डॉलर के रेंज में हो सकती है। जोमैटो के प्रवक्ता ने इस सिलसिले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। इस सिलसिले में मॉर्गन स्टैनली को भेजी गई ईमेल का भी जवाब नहीं मिला।
जोमैटो की प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी लिमिटेड ने हाल में 11,327 करोड़ का IPO लॉन्च किया है। स्विगी की लिस्टिंग 13 नवंबर को 7.69 पर्सेंट की बढ़त के साथ हुई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में कंपनी का स्टॉक 420 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इसका IPO प्राइस 390 रुपये था। जोमैटो का शेयर 24 सितंबर को 52 हफ्ते के हाई यानी 298.2 रुपये पर पहुंच गया था। उसके बाद से कंपनी के शेयरों में 9.6 पर्सेंट की गिरावट है। इस कैलेंडर ईयर में अब तक कंपनी के शेयर में तकरीबन 118 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में जोमैटो का शेयर 4.27 पर्सेंट की बढ़त के साथ 269.6 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी फिलहाल फंड जुटाने के प्लान के लिए शेयरधारकों से मंजूरी ले रही है। शेयरधारक 22 नवंबर तक इस प्लान के समर्थन या विरोध में वोट कर सकते हैं।
क्यों फंड जुटा रही है कंपनी?
जोमैटो ने निवेशकों को बताया है कि फंड जुटाने का मकसद कंपनी की बैलेंस शीट को मजबूत करना है और फिलहाल किसी तरह के निवेश या अधिग्रहण की जरूरत नहीं है। पिछले तीन साल में जोमैटो के सालाना एडजस्टेड रेवेन्यू में 4 गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है। जुलाई 2021 यानी कंपनी के IPO के वक्त यह रेवेन्यू 4,640 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 20,508 करोड़ रुपये हो गया है।