Gold vs BitCoin: गोल्ड की चमक लगातार चार दिनों से फीका पड़ा है लेकिन दूसरी तरफ दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो बिटक्वॉइन नए-नए माइलस्टोन छुए जा रहा है। गोल्ड की चमक लगातार चौथे दिन फीकी पड़ी है लेकिन बिटक्वॉइन ने 93000 डॉलर का लेवल पार कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत पर इसने पहली बार 75000 डॉलर का लेवल पार किया था और इसके बाद से ही नए कीर्तिमान बना रहा है। अमेरिका में महंगाई के आंकड़ो ने बिटक्वॉइन को सपोर्ट किया है। अमेरिका में अक्टूबर महीने के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स सालाना आधार पर 0.2 फीसदी बढ़कर 2.6 फीसदी पर पहुंच गया। ऐसा अनुमान पहले ही लगाया गया था। खास बात ये है कि सात महीने के बाद इसमें तेजी दिखी है। इससे पहले मार्च से सितंबर 2024 तक इसमें गिरावट आ रही थी। सितंबर 2024 में यह 2.4 फीसदी पर थी जो फरवरी 2021 के बाद से सबसे कम थी।
लगातार चौथे दिन फीकी पड़ी गोल्ड की चमक
गोल्ड की कीमतें लगातार चौथे दिन नीचे फिसली हैं। मजबूत डॉलर और बॉन्ड्स की हाई यील्ड्स ने इसकी चमक फीकी की है और इनमें यह तेजी अमेरिका में अक्टूबर के कंज्यूमर प्राइस के अनुमान के मुताबिक ही बढ़ने के चलते आई है। स्पॉट गोल्ड एक बार तो टूटकर दो महीने के निचले स्तर तक आ गया था और इसके बाद 0.7 फीसदी की गिरावट के साथ $2,580.39 प्रति औंस पर आया।
Bitcoin ने पहली बार छुआ $93,000 का लेवल
अक्टूबर के इनफ्लेशन के आंकड़ों पर बिटक्वॉइन की चमक और बढ़ गई है। एक समय आलोचक रहे डोनाल्ड ट्रंप को अब क्रिप्टो इंडस्ट्री का समर्थक माना जाता है जिसके चलते उनकी जीत ने क्रिप्टो इंडस्ट्री में नई उम्मीद भर दी। ऐसे में जब चुनाव के नतीजे आ रहे थे जब ट्रंप की राह पक्की दिखने लगी तो बिटक्वॉइन ने पहली बार 75 हजार डॉलर का लेवल पार किया था। ट्रंप ने चुनाव में पेट्रोलियम रिजर्व की तरह क्रिप्टो रिजर्व बनाने का वायदा किया था जिसने बिटक्वॉइन में चाबी भरी और अभी तक यह ऊपर ही चढ़ रहा है और पहली बार इसने 93 हजार डॉलर का भी लेवल पार कर दिया।