नई दिल्ली: स्विगी के आईपीओ की शेयर मार्केट में लिस्टिंग हो चुकी है। लिस्टिंग पर निवेशकों को बंपर मुनाफा बेशक न हुआ हो, लेकिन बाद में इसमें अच्छी तेजी देखी गई। काफी जानकार स्विगी के आईपीओ की तुलना जोमैटो से कर रहे हैं। वहीं कई एक्सपर्ट का कहना है कि स्विगी का आईपीओ लॉन्ग टर्म में निवेशकों को बेहतर रिटर्न दे सकता है।
कैसी रही स्विगी के शेयर की स्थिति?
इसका इश्यू प्राइस 390 रुपये था। इसकी लिस्टिंग बीएसई पर 5.64 फीसदी प्रीमियम के साथ 412 रुपये पर हुई। वहीं एनएसई पर यह 7.69 फीसदी प्रीमियम के साथ 420 रुपये पर लिस्ट हुआ। हालांकि बाद में इसमें तेजी आई और इसकी कीमत 465.30 रुपये पर पहुंच गई। यानी इसने निवेशकों का मुनाफा 19 फीसदी से ऊपर पहुंचा दिया।
कैसी हुई थी जोमैटो की लिस्टिंग?
जोमैटो का आईपीओ जुलाई 2021 में आया था। इसका इश्यू प्राइस 76 रुपये था। इसकी लिस्टिंग 51 फीसदी प्रीमियम के साथ 115 रुपये पर हुई थी। यानी इसने लिस्टिंग पर ही निवेशकों को मोटा मुनाफा दे दिया था।
अच्छी शुरुआत के बाद गिरावट
जोमैटो के आईपीओ की शुरुआत बेशक अच्छी हुई हो, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं टिकी। लिस्टिंग के कुछ दिनों तक तो इसमें बढ़त दिखाई दी, लेकिन बाद में गिरावट आती गई। पिछले साल जनवरी में इसकी कीमत इश्यू प्राइस से भी काफी नीचे आ गई थी। लेकिन इसके बाद इसमें गति आ गई।
रॉकेट बन गए शेयर
करीब डेढ़ साल तक गिरावट के दौरान काफी निवेशकों को लगने लगा था कि उनका पैसा डूब गया। लेकिन तभी कंपनी के लिए कई अच्छी खबर आईं और शेयर रॉकेट बन गया। तब से लेकर अब तक इसमें 450 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ चुकी है। यानी जनवरी 2023 में इसकी कीमत जहां करीब 46 रुपये थी, अब करीब 260 रुपये पर है।
क्या करना चाहिए स्विगी के निवेशकों को?
स्विगी अभी समेकित स्तर पर घाटे में चल रही है। माना जा रहा है कि पीएटी लेवल ब्रेक-ईवन से कम से कम 2 से 3 साल दूर है। ऐसे में एक्सपर्ट निवेशकों का सलाह दे रहे हैं कि इसे होल्ड करें।
ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी और जेएम फाइनेंशियल ने इसे 325 रुपये के टार्गेट प्राइस के साथ एक अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। यह 390 रुपये के आईपीओ इश्यू प्राइस से 17% की गिरावट के बराबर है। यानी इसके शेयर में गिरावट आ सकती है। अगर इसकी तुलना जोमैटो से करें तो ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक स्विगी का मार्जिन जोमैटो के बराबर है। हालांकि दोनों के बीच समायोजित EBITDA मार्जिन का अंतर बहुत बड़ा है।
वहीं दूसरी ओर JM Financial के एक्सपर्ट ने इसे 21% की अपसाइड क्षमता और 470 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदने की रेटिंग दी। JM Financial के मुताबिक एक सफल IPO और इंस्टामार्ट में नेतृत्व में बदलाव स्विगी को तेजी से आगे ले जा सकता है।
स्विगी और जोमैटो में काफी अंतर
स्विगी और जोमैटो की बाजार हिस्सेदारी में अंतर काफी है। प्रॉफिट के मामले में भी स्विगी काफी पीछे है। ऐसे में जरूरी नहीं कि स्विगी का शेयर जोमैटो की तरह कमाल दिखा पाए।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे ने कहा कि केवल जोखिम लेने वाले निवेशक इसके शेयर लॉन्ग टर्म के लिए अपने पास रख सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।