Niva Bupa IPO: निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला और यह कुल 1.80 गुना सब्सक्राइब हो गया। सब्सक्रिप्शन के बाद अब कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग कल यानी 14 नवंबर को होने वाली है। एक्सपर्ट्स की मानें तो बाजार में जारी वोलैटिलिटी और कमजोर ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के चलते कंपनी के शेयरों की फ्लैट लिस्टिंग हो सकती है। इस आईपीओ का इश्यू साइज 2200 करोड़ रुपये था। इश्यू के लिए प्रति शेयर 70-74 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया था।
Niva Bupa IPO का लेटेस्ट GMP
लिस्टिंग से ठीक पहले यानी आज 12 नवंबर को ग्रे मार्केट में निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के आईपीओ में कमजोरी दिख रही है। अनलिस्टेड मार्केट में यह पब्लिक इश्यू महज एक रुपये के प्रीमिय पर ट्रेड कर रहा है। इस हिसाब से कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 75 रुपये के भाव पर हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो निवेशकों को 1.35 फीसदी का मुनाफा होगा। हालांकि, ध्यान रहे कि ग्रे मार्केट की स्थिति लगातार बदलती रहती है।
Niva Bupa IPO की लिस्टिंग पर एक्सपर्ट्स की राय
स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट प्रथमेश मसदेकर को उम्मीद है कि शेयर स्टेबल परफॉर्मेंस संभावनाओं के साथ अपर प्राइस बैंड के पास खुलेगा। उन्होंने कहा, “निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में एक प्रमुख कंपनी है, जिसके पास इनोवेटिव एक्सपेंशन प्लान और टेक्नोलॉजी पर आधारित, ऑटोमेटेड एप्रोच है, जिससे प्रॉफिटेबिलिटी की उम्मीद है। हमारी राय है कि निवेशक मध्यम से लंबी अवधि के लिए शेयर को होल्ड करें।”
आनंद राठी के एनालिस्ट नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का वैल्यूएशन 6.1x के प्राइस-टू-बुक वैल्यू (पी/बीवी) रेश्यो को दिखाता है, जिसके चलते इश्यू के बाद 1,35,200 मिलियन रुपये का मार्केट कैप होता है। सोलंकी ने कहा, “आईपीओ पूरी तरह से उचित कीमत पर उपलब्ध है और हम इसे ‘सब्सक्राइब – लॉन्ग टर्म’ रेटिंग देते हैं।”
FY24 में 81.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 81.85 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो इससे पहले के वित्त वर्ष के 12.5 करोड़ रुपये के मुनाफे से काफी अधिक है। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर घटकर 188 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 350.9 करोड़ रुपये था। जून 2024 को समाप्त तीन महीने की अवधि में कंपनी ने 18.8 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जो एक साल पहले की अप्रैल-जून अवधि में 72.2 करोड़ रुपये था। इस बीच ऑपरेटिंग प्रॉफिट 23.2 करोड़ रुपये रहा।
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