बाजार में करेक्शन का सिलसिला कायम है। निफ्टी ने कई अहम सपोर्ट स्तर तोड़ दिए हैं। निवेशकों के पोर्टफोलियो में दबाव बढ़ गया है। ऐसे में निवेशकों को क्या करना चाहिए इस पर बात करते हुए डीआरचोकसी फिनसर्व (DRChoksey FinServ) के एमडी देवेन चौकसी ने कहा कि बाजार पर अर्निंग्स से ज्यादा असर पोर्टफोलियो के ऊपर बने दबाव का है। अब तक निवेशकों ने मोमेंटम ट्रेडिंग के लिए जो हायर वैल्यू वाले स्टॉक खरीद लिए थे उनको संभालना अब भारी पड़ रहा है। लेकिन अब तक बाजार इस दबाव को काफी हद तक पचा चुका है और कुछ सेलेक्टिव खरीदारी भी आनी शुरू हो गई है। जिन अच्छी क्वालिटी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है उनमें एमएफ की तरफ से भी खरीदारी आई है।
लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए इस बाजार में खरीदारी करने का अच्छा मौका
देवेन का मानना है कि 23800 के आसपास से निफ्टी एक बार फिर से संभल सकता है। अगर बाजार 23800 और 24500 की रेंज के बीच थोड़ा समय और कंसोलीडेट करता है तो लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए इस बाजार में खरीदारी करने का अच्छा मौका होगा। देवेन ने आगे कहा कि कमोडिटी शेयरों में कमाई से मौके बन रहे है। मेटल और केमिकल कमोडिटी में स्ट्रक्चरल बदलाव आ रहा है। मेटल कमोडिटी में इनपुट कॉस्ट कम होने से पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैं। इसके मांग में भी सुधार आ रहा है। ऐसे में अगली दो तिमाहियों में मेटल और केमिकल कमोडिटी स्टॉक्स में तेजी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा दूसरी छमाही में इंफ्रा पर होने वाला सरकारी खर्च बढ़ सकता है जिसके चलते भी मेटल शेयरों को फायदा हो सकता है।
बैंक और एनबीएफसी शेयर भी अच्छे
देवेन को बैंक और एनबीएफसी शेयर भी अच्छे लग रहे हैं। एक तरफ क्रेडिट ग्रोथ में बढ़त दिख रही है दूसरी तरफ इकोनॉमी में भी ग्रोथ दिख रही है। ऐसे में अगली तिमाहियों में बैंकिंग और एनबीएफसी के नतीजे थोड़े बहुत अच्छे रहने की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि आईटी सेक्टर से उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई हैं। आईटी ने देवेन को केपीआईटी टेक,टाटा एलेक्सी, टाटा टेक और एलटीआई माइंडट्री जैसे शेयर अच्छे लग रहे हैं।
रिलायंस तेजी के लिए तैयार
रिलायंस का शेयर इस मंदी के बाजार में 21 फीसदी से ज्यादा टूट गया है। इस स्टॉक को क्या सता रहा है? इस पर बात करते हुए देवेन ने कहा कि फंडामेंटल्स से ज्यादा एक बड़ी बात ये है कि हाल ही में एक बड़े एफआईआई ने रिलायंस को अपने पोर्टफोलियो से हटा दिया है। इस वजह से भी रिलायस के शेयर पर दबाव बना है। कंपनी का कारोबार और इसके नतीजे अच्छे रहे हैं। रिटेल और जियो जैसे कंज्यूनर फेसिंग सेगमेंट में भी कंपनी काफी अच्छा कर रही है। इस तिमाही में इन कारोबारों की अर्निंग ग्रोथ 15-20 फीसदी रहने की उम्मीद है। ऑयल और गैस सेगमेंट भी अच्छा कर रहा है। ऑयल टू केमिकल्स में जो थोड़ी बहुत परेशानियां थीं वे भी तीसरी तीमाही में दूर होती दिख सकती हैं। आगे स्टॉक में तेजी आने की उम्मीद है।
टाटा मोटर्स डाउन साइड रिस्क भी काफी कम, यहां से पकड़ेगा रफ्तार
ऑटो सेक्टर में देवेन को टाटा मोटर्स अच्छा लग रहा है। कमर्शियल व्हीकल में मजबूती आ रही है। जेएलआर के लिए तीसरी तिमाही अच्छी दिख रही है। पैसेंजर व्हीकल में इंवेंटरी काफी कम हो चुकी है। टाटा मोटर्स अब तक काफी करेक्ट हो चुका है। ऐसे में स्टॉक में डाउन साइड रिस्क भी काफी कम है। इस शेयर को पोर्टफोलियो में जोड़ा जा सकता है।
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