Market trend : बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करोत हुए एंजेल वन के ओशो कृष्ण का कहना है कि 8 नवंबर को खत्म हुआ सप्ताह कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा रहा। इसमें अमेरिकी चुनाव से लेकर FOMC बैठक के फैसले तक शामिल रहे। इन घटनाओं ने ट्रेडरों को व्यस्त रखा क्योंकि इसमें से प्रत्येक घटना से पहले और बाद इनमें निहित अर्थों का विश्लेषण किया गया और बाजार की बदलती स्थिति को समझने की कोशिश की गई। हालांकि, तकनीकी नजरिए से कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, क्योंकि अहम इंडेक्स पूरे हफ्ते उतार-चढ़ाव करते हुए ठहराव के दौर में रहे।
जहां तक अहम स्तरों की बात है, बेंचमार्क निफ्टी के लिए 24,000 पर इंटरमीडिएट सपोर्ट बना हुआ है। जबकि 23,900-23,800 के जोन के स्विंग लो के पास है बड़ा सपोर्ट है। इस स्तर से नीचे एक निर्णायक गिरावट चार्ट संरचना को और कमजोर करेगी। ऊपरी छोर पर, 24,400-24,500 के लक्ष्य तक पहुंचना बुल्स के लिए एक कठिन चुनौती हो सकती है। इस जोन से ऊपर एक निर्णायक बढ़त बाजार नए सिरे से जोश भर सकती है। हालांकि, जब तक निफ्टी इस जोन तक नहीं पहुंच जाता, तब तक एक तय ट्रेडिंग रेंज के भीतर चल रहा उतार-चढ़ाव जारी रहने की उम्मीद है, जिससे बाजार में भाग लेने वालों के लिए मुश्किलें पैदा होंगी।
ऑप्शन के आंकड़ों पर नजर डालें तो 24,000 पुट में काफी ज्यादा ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है। जबकि 24,300-24,500 कॉल पर अच्छी राइटिंग देखने को मिली है। ऐसे में ओशो कृष्ण की राय है कि 24,000-23,900 के आसपास गिरावट पर निफ्टी खरीदें, 23,800 पर स्टॉप-लॉस रखें, तथा 24,400-24,500 के स्तर पर मुनाफावसूली करें।
बैंक निफ्टी पर अपनी राय देते हुए ओशो कृष्ण ने कहा कि ब्याज दर के प्रति संवेदनशील बैंक निफ्टी का तकनीकी सेटअप अनिश्चित बना हुआ है, जो डेली और वीकली चार्ट दोनों पर काफी हद तक साइडवेज ट्रेंड दिखा रहा है। बैंक निफ्टी 52,500 के रजिस्टेंस और 51,000 के सपोर्ट स्तरों के भीतर सीमित है। किसी भी तरह तेजी पकड़ने के लिए इस सीमा के बाहर एक निर्णायक क्लोजिंग की जरूरत है। ऐसा नहीं होने तक कंसोलीडेशन जारी रहने की उम्मीद है। अभी के लिए, रजिस्टेंस के पास बेचने और सपोर्ट स्तरों पर खरीदने की रणनीति अपनाना फायदेमंद साबित हो सकता है। बैंक निफ्टी के लिए 52,000, 52,400 पर रजिस्टेंस और 51,100, 51,000 पर सपोर्ट है।
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