नई दिल्ली: देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज फिर गिरावट दिख रही है। बीएसई पर यह 1.5% से अधिक गिरावट के साथ 1278.70 रुपये पर पहुंच गया। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में कंपनी का शेयर उच्चतम स्तर पर पहुंचा था लेकिन उसके बाद से इसके मार्केट कैप में करीब 50 अरब डॉलर यानी करीब 42,18,63,25,00,000 रुपये की गिरावट आई है। अभी इसका मार्केट कैप करीब 17,39,586.54 करोड़ रुपये रह गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कमजोर आय और इकनॉमिक स्लोडाउन के कारण रिलायंस संघर्ष कर रही है।एशिया और भारत के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का बिजनस रिफाइनिंग से लेकर रिटेल तक फैला है। इस साल कंपनी के शेयरों में कम ही तेजी देखने को मिली है। यह बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स से लगभग एक दशक में सबसे बड़े अंतर से पीछे है। हाल के महीनों में विदेशी बिकवाली और इनकम ग्रोथ की चिंताओं के कारण शेयर मार्केट में भारी गिरावट आई है। इसके बावजूद देश के प्रमुख सूचकांक अब भी 2024 में एशिया के सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले प्रमुख बाजारों में से हैं।
क्यों आ रही है गिरावट
रिलायंस ने पिछले महीने दूसरी तिमाही का रिजल्ट जारी किया था। कंपनी की आय लगातार छठी तिमाही में अनुमान से कम रही। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि कंपनी के प्रमुख कारोबार ऑयल-टू-केमिकल बिजनस के लिए डिमांड कम रही। इस रिजल्ट के बाद से कंपनी के शेयरों में काफी गिरावट आई है। कंपनी ने अगस्त में अपनी एजीएम में निवेशकों को प्रत्येक शेयर पर एक मुफ्त शेयर देने की पेशकश की थी। कंपनी ने अपनी टेलिकॉम और रिटेल यूनिट्स की लिस्टिंग के बारे में कोई डिटेल नहीं दी। टैरिफ में बढ़ोतरी के बाद रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या में कमी आई है।