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Neelam Linens and Garments IPO: 8 नवंबर को खुलेगा पब्लिक इश्यू, महज 20-24 रुपये पर लगा सकेंगे बोली

Neelam Linens and Garments IPO: नीलम लिनेन्स एंड गारमेंट्स (इंडिया) का आईपीओ कल यानी 8 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 13 करोड़ रुपये जुटाने का है। इसके लिए 20-24 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। निवेशकों के पास इसमें 12 नवंबर तक निवेश का मौका रहेगा। बुक-बिल्ट इश्यू के तहत 54.18 लाख शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है। वहीं, इसमें ऑफर-फॉर-सेल के जरिए कोई बिक्री नहीं होगी। इसका मतलब है कि आईपीओ से होने वाली पूरी आय कंपनी को जाएगी।

Neelam Linens कहां करेगी फंड का इस्तेमाल

महाराष्ट्र स्थित सॉफ्ट होम फर्निशिंग कंपनी नीलम लिनेन्स एंड गारमेंट्स विस्तार के तहत कढ़ाई मशीनों की खरीद के लिए फंड में से 5.57 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा, कर्ज चुकाने के लिए 4 करोड़ रुपये का उपयोग किया जाएगा। सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए शेष फंड का इस्तेमाल होगा। जून 2024 तक कंपनी पर कुल कर्ज 75.66 करोड़ रुपये था, जो काफी अधिक है।

 

Neelam Linens IPO से जुड़ी डिटेल

ऑफर साइज का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए, 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए और शेष 15 फीसदी शेयर नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित किए गए हैं। रिटेल निवेशक कम से कम 6000 इक्विटी शेयर और उसके बाद इसके मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं। यानी रिटेल निवेशकों को कम से कम 144,000 रुपयेका निवेश करना होगा।

निवेशक 18 नवंबर से एनएसई इमर्ज पर नीलम लिनेन के शेयरों में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। एक्सपर्ट ग्लोबल कंसल्टेंट्स इस निर्गम के लिए मर्चेंट बैंकर के रूप में काम कर रहा है, जबकि पूर्वा शेयर रजिस्ट्री (इंडिया) इस निर्गम का रजिस्ट्रार है।

Neelam Linens का फाइनेंशियल

नीलम लिनेन्स एंड गारमेंट्स का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में मामूली रूप से घटकर 102.3 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले वर्ष के 103.6 करोड़ रुपये से कम है। वहीं, कंपनी का प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स बढ़कर 2.46 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 2.38 करोड़ रुपये था। जून 2024 को समाप्त तीन महीने की अवधि में प्रॉफिट 0.8 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 21.8 करोड़ रुपये था।

Neelam Linens का बिजनेस

नीलम लिनेन्स ने 2023 से पुरुषों और महिलाओं के फैशन अपेरल का इन-हाउस प्रोडक्शन शुरू करके अपेरल इंडस्ट्री में प्रवेश किया। कंपनी मुख्य रूप से डिस्काउंटेड रिटेल आउटलेट्स के लिए बेडशीट, पिलो कवर, डुवेट कवर, तौलिये, शर्ट और कपड़ों की प्रोसेसिंग, फिनिशिंग और सप्लाई का काम करती है। कंपनी इंपोर्ट लाइसेंस की बिक्री से भी रेवेन्यू हासिल करती है। इंपोर्ट लाइसेंस एक सरकारी प्राधिकरण है जो उन वस्तुओं के आयात के लिए जरूरी है जो स्वतंत्र रूप से आयात योग्य नहीं हैं।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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