BSE, वोल्टास, एल्केम लैबोरेटरीज, कल्याण ज्वैलर्स और ओबेरॉय रियल्टी जैसे नाम अब MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स का हिस्सा होंगे। 7 नवंबर को इंडेक्स में हुए फेरबदल के बाद एडजस्टमेंट्स 25 नवंबर को होंगे। नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के अनुसार, भारत में रीबैलेंस के माध्यम से FII पैसिव फ्लो में लगभग 2.5 अरब डॉलर का शुद्ध इनफ्लो दिखने की उम्मीद है। नए बदलाव के तहत 5 इनक्लूजन और जीरो एक्सक्लूजन के साथ MSCI स्टैंडर्ड इंडेक्स में भारत का नेट स्टॉक काउंट 156 होगा।
नुवामा के अनुसार, 5 नए इनक्लूजन में से वोल्टास के सबसे अधिक इनफ्लो आकर्षित करने का अनुमान है। यह 30 करोड़ डॉलर से अधिक रह सकता है। बीएसई शेयरों में 26 करोड़ डॉलर के करीब इनफ्लो देखने को मिल सकता है। कल्याण ज्वैलर्स, ओबेरॉय रियल्टी और एल्केम लैब्स सहित अन्य कंपनियों में क्रमशः 24.1 करोड़ डॉलर, 21.5 करोड़ डॉलर और 20.1 करोड़ डॉलर का पैसिव फ्लो आ सकता है।
अदाणी एनर्जी नहीं हुआ शामिल
इस बीच अदाणी एनर्जी के इंडेक्स में शामिल होने की भी उम्मीदें थीं, लेकिन यह स्टॉक इसमें शामिल नहीं हो पाया। MSCI ने इसे लेकर कारण बताते हुए इसके फ्री फ्लोट के बारे में लो कॉन्फिडेंस का हवाला दिया। इसके अलावा बैंकिंग दिग्गज HDFC बैंक, MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स पर अपने वेटेज की दूसरी किस्त में वृद्धि देखेगा, जिसके चलते और अधिक निवेश होगा।
MSCI ने पहले अगस्त में अपने पिछले फेरबदल में HDFC बैंक के वेटेज में वृद्धि की घोषणा की थी, जिसमें एक बार के बजाय दो चरणों में एडजस्टमेंट को लागू करने का विकल्प चुना गया था। नुवामा की कैलकुलेशन के अनुसार, वेटेज में वृद्धि बैंक के लिए 1.88 अरब डॉलर तक के पैसिव इनफ्लो को ट्रिगर कर सकती है।
HDFC बैंक के अलावा टाटा पावर, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, संवर्धना मदरसन, जिंदल स्टील एंड पावर, पीबी फिनटेक और एपीएल अपोलो ट्यूब्स जैसे शेयरों का भी MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स पर वेटेज बढ़ेगा। इसके उलट फ्री फ्लोट के लिए एडजस्टेड अदाणी ग्रीन एनर्जी, GMR एयरपोर्ट्स इंफ्रा और अदाणी पावर का वेटेज कम होगा। इसी तरह रिलायंस इंडस्ट्रीज, ICICI Bank, इंफोसिस, TCS और भारती एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों का भी वेटेज कम होगा।
MSCI इंडिया स्मॉलकैप इंडेक्स में जुड़ेंगे 13 नए शेयर
इस बीच MSCI इंडिया स्मॉलकैप इंडेक्स में 13 और शेयर भी जोड़े जाएंगे। नुवामा अल्टरनेटिव के अनुसार, इनमें यूरेका फोर्ब्स, सिग्नेचर ग्लोबल, आधार हाउसिंग फाइनेंस, इंडिजीन, पीसी ज्वैलर्स और डीसीएम श्रीराम शामिल हैं, जिनमें 30 लाख डॉलर से 70 लाख डॉलर के बीच निवेश की उम्मीद है। कुल मिलाकर इन शेयरों से करीब 7.1 करोड़ डॉलर का निवेश हो सकता है। ताजा फेरबदल से MSCI एमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत का वेटेज मौजूदा 19.3 प्रतिशत से बढ़कर 19.8 प्रतिशत के करीब हो जाएगा।