फेस्टिव सीजन ने ऑटो सेक्टर में चल रही सुस्ती तो तोड़ दिया है। अक्टूबर में वाहनों की बंपर सेल हुई है लेकिन इन्वेंट्री पर संकट फिलहाल जारी है। नवरात्रि और दिवाली जैसे दो बड़े त्योहारों ने ऑटो सेक्टर को गुलजार कर दिया। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के मुताबिक इस फेस्टिव सीजन में ऑटो सेक्टर ने अब तक लगभग 28 लाख से ज्यादा गाड़ियां बेची। यह पिछले साल के मुकाबले 32 फीसदी ज्यादा है। वहीं अगर पिछले महीने से तुलना करें तो ये आंकड़े लगभग 64 फीसदी ज्यादा है। डिमांड बढ़ाने में ग्रामीण बाजार की अहम भूमिका रही है।
FADA के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल से तुलना की जाए तो अक्टूबर में टू-व्हीलर की बिक्री सालाना आधार पर 36.35 फीसदी बढ़ कर 20.65 लाख यूनिट्स रही है। जबकि पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में 32 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई । पैसेंजर वाहनों की 4.83 लाख यूनिट्स बिकी हैं। हालांकि कमर्शियल व्हीकल (CV) सेगमेंट ने पिछले महीने केवल 6 फीसदी की सालाना बढ़त दर्ज की है। अक्तूबर में कमर्शियल वाहनों की बिक्री 97,411 यूनिट्स की रही है। हालांकि अभी पैसेंजर व्हीकल्स में इन्वेंट्री का संकट बना हुआ है। डीलर्स के पास अभी भी लगभग 75-80 दिनों की इन्वेंट्री है। त्योहारों के दौरान भारी डिस्काउंट्स के बावजूद इन्वेंट्री सिर्फ 5 दिन ही घटी है।
त्योहारी सीजन में वाहन निर्माताओं की खुदरा बिक्री में काफी बढ़त हुई है, जिसमें मारुति सुजुकी बलेनो और हुंडई क्रेटा जैसी प्रीमियम गाड़ियों की मांग में वृद्धि देखने को मिली। मारुति सुजुकी और अन्य प्रमुख निर्माताओं ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की जिससे हाई इन्वेंट्री में कमी आई। डीलर्स के पास अभी भी लगभग 75-80 दिनों की इन्वेंट्री है। नवंबर में शादी के मौसम में यह गति बरकरार रहने की उम्मीद है।
हालांकि इन्वेंटरी का बना रहना ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि इससे साल के अंत तक डिस्काउंट्स की बहार जारी रहेगी। आगे अब शादियों का सीजन है। ऐसे में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को उम्मीद है कि शादियों के दौरान गाड़ियों की खरीदारी खूब बढ़ेगी।