नई दिल्ली: स्थानीय शेयर बाजार मंगलवार को शुरुआती गिरावट से उबरकर बढ़त के साथ बंद हुआ था। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों में मजबूत रुख के बीच निवेशकों ने चुनिंदा शेयरों में जोरदार लिवाली की थी। इससे बीएसई सेंसेक्स 694.39 अंक उछलकर 79,476.63 अंक पर बंद हुआ था। दिन में कारोबार के दौरान यह 740.89 अंक या 0.94 फीसदी बढ़कर 79,523.13 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 217.95 अंक चढ़कर 24,213.30 अंक पर बंद हुआ था।सेंसेक्स के शेयरों में जेएसडब्ल्यू स्टील में करीब पांच फीसदी और टाटा स्टील में करीब चार फीसदी की तेजी आई थी। इसके अलावा एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर अडानी पोर्ट्स, आईटीसी, भारती एयरटेल और एशियन पेंट्स के शेयरों में गिरावट आई थी।
इन शेयरों में दिख रही तेजी
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने Neuland Laboratories, Shilchar Technologies, Bajaj Steel, BASF India, Zen Technologies और Mankind Pharma पर तेजी का रुख दिखाया है।
एमएसीडी को ट्रेडेड सिक्योरिटीज या इंडेक्स में ट्रेंड रिवर्सल के संकेत के लिए जाना जाता है। जब एमएसीडी सिग्नल लाइन को पार करता है, तो यह एक तेजी का संकेत देता है। यह दर्शाता है कि शेयर की कीमत में ऊपर की ओर गति देखी जा सकती है। इसी तरह यह मंदी का भी संकेत देता है।
इन स्टॉक्स में मंदी के संकेत
एमएसीडी (MACD) ने Amber Enterprises, Coforge, Bombay Burmah और Wipro के शेयर में मंदी का संकेत दिया है। इसका मतलब है कि अब इन शेयरों में गिरावट शुरू हो गई है।
इन शेयरों में दिख रही खरीदारी
जिन शेयरों में मजबूत खरीदारी देखने को मिल रही है, उनमें Rainbow ABSL AMC, Deepak Fertilisers, Nalco, Suven Pharma और Gillette India शामिल हैं। इन शेयर ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है। यह इन शेयर में तेजी का संकेत देता है।
इन शेयरों में दिख रहा बिकवाली का दबाव
जिन शेयरों में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है, उनमें Delhivery शामिल हैं। इन शेयरों ने अपना 52 हफ्ते का निचला स्तर पार कर लिया है। यह इन शेयर में नरमी का संकेत देता है।
(डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)