वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में गेल (इंडिया) का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 10 पर्सेंट बढ़कर 2,690 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का कंसॉलिडेटेट का नेट प्रॉफिट 2,442 करोड़ रुपये था। कंपनी का मुनाफा बाजार के अनुमानों से बेहतर रहा है। हालांकि, संबंधित तिमाही के दौरान कंपनी की आय, एबिट्डा और एबिट्डा मार्जिन तीनों ही अनुमान से कमजोर रहे हैं।
संबंधित अवधि में ऑपरेशंस से कंपनी का रेवेन्यू 33,981 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 33,049 करोड़ रुपये था। इस दौरान नेचुरल गैस ट्रांसमिशन से कंपनी का एबिट 1,402 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 1,294 करोड़ रुपये था। सितंबर 2024 तिमाही में कंपनी के पेट्रोकेमिकल सेगमेंट का एबिट (EBIT) 146 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल कंपनी को 161 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। गेल के CMD संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि वित्त वर्ष 2025 में पेट्रोकेमिकल सेगमेंट क मुनाफा बेहतर रहने की उम्मीद है।
इस बीच, सितंबर तिमाही में गेल के नेचुरल गैस मार्केटिंग सेगमेंट का एबिट घटकर 1,254 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,722 करोड़ रुपये था। एनालिस्ट्स का मानना है कि कि कंपनी को घरेलू गैस प्राइस मे नरमी के बीच गैस ट्रांसमिशन और ट्रेडिंग के वॉल्यूम बढ़ने का फायदा मिला है। कंपनी देश में बेची जाने वाली गैस का 52 फीसदी हिस्सा रखती है और कंपनी के मुख्य ग्राहक पावर और फर्टिलाइजर सेक्टर हैं।