पॉजिटिव इकोनॉमिक फैक्टर्स और सुरक्षित निवेश की मांग के चलते संवत 2081 में सोना 15-18 प्रतिशत का रिटर्न दे सकता है। विशेषज्ञों ने यह अनुमान जताया। दिवाली के दिन शुरू हुआ संवत 2081 हिंदू कैलेंडर में एक नए वित्त वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है और इसलिए भारतीय निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एनालिस्ट्स का मानना है कि सोने और चांदी का प्रदर्शन पिछले संवत 2080 में मजबूत रहा है और संवत 2081 के लिए आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। यह भी कहा कि वैश्विक कारकों में बदलाव की स्थिति में निवेशकों को मामूली मुनाफा भी मिल सकता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज और करेंसी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट जतिन त्रिवेदी का कहना है, ”संवत 2081 में सोने के लिए आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। हमें उम्मीद है कि कम से कम 10 प्रतिशत की तेजी तो रहेगी और अगर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती से खरीदारी में तेजी जारी रहती है तो सोना 15-18 प्रतिशत तक महंगा हो सकता है। हालांकि इंपोर्ट ड्यूटी में किसी भी तरह की बढ़ोतरी से सोने का प्रदर्शन 15% से ऊपर जा सकता है। स्थिर ब्याज दर का माहौल भी धीरे-धीरे तेजी को सपोर्ट दे सकता है।”
कई एसेट क्लास से सोने की परफॉरमेंस बेहतर
सोने ने संवत 2080 में निफ्टी सहित कई एसेट क्लास से बेहतर प्रदर्शन किया है। निफ्टी ने जहां 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया, वहीं सोने ने 30 प्रतिशत का रिटर्न दिया। त्रिवेदी के मुताबिक, भू-राजनीतिक तनाव और दुनिया भर में बढ़ते संघर्षों के साथ-साथ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में ब्याज दर साइकिल में बदलाव के कारण सोना एक विश्वसनीय सुरक्षित निवेश बन गया है। अस्थिर इकोनॉमिक लैंडस्केप के बीच सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की स्थिति मजबूत हुई है।
भू-राजनीतिक जोखिमों और भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के बीच दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीदारी की, जिसके चलते पिछले साल इसकी कीमतों में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटीज और करेंसी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट प्रणव मेर का कहना है कि केंद्रीय बैंकों की ओर से लगातार खरीद और वैश्विक ब्याज दर नीतियों में बदलाव से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिला।
चांदी को लेकर क्या अनुमान
दूसरी ओर चांदी में संवत 2080 के दौरान जोरदार उछाल आया और इसकी कीमत करीब 40 प्रतिशत बढ़ गई। इस प्रदर्शन को सोने के समान मॉनेटरी डायनैमिक्स और बेस मेटल्स की मजबूत मांग और चीन के आर्थिक प्रोत्साहन उपायों से बल मिला। विशेषज्ञों ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी कमिटमेंट्स के कारण चांदी की मांग में तेजी जारी रहेगी।
एनालिस्ट्स का मानना है कि आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच दोनों मेटल्स के आकर्षक बने रहने की उम्मीद है। मेर के मुताबिक, “सोने और चांदी की कीमतों में तेजी जारी रहने की उम्मीद है, लेकिन निवेशकों को इस साल संवत 2080 में देखे गए हाई मोमेंटम के उलट स्थिर मुनाफा का अनुभव हो सकता है।