HDFC बैंक की सब्सिडियरी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने IPO के लिए सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास शुरुआती दस्तावेज सौंपे हैं। प्रस्तावित IPO में नए शेयर जारी किए जाएंगे और ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत शेयरों की बिक्री की भी जाएगी। पब्लिक इश्यू के खुलने से पहले आपके लिए ये बातें जानना जरूरी है:
1) HDB फाइनेंशियल रिटेल और कमर्शियल सेगमेंट में काम करती है और यह पर्सनल लोन, व्हीकल लोन और प्रॉपर्टी के बदले लोन जैसे कई प्रोडक्ट्स की पेशकश करता है।
2) HDFC बैंक की सब्सिडियरी: HDB फाइनेंशियल सर्विसेज देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank की नॉन बैंकिंग फाइनेंस यूनिट है।
3) इश्यू साइज: कंपनी की योजना प्राइमरी मार्केट में 12,500 करोड़ रुपये जुटाने की है।
4) इश्यू का मकसद: इस इश्यू से हासिल रकम का इस्तेमाल पूंजी की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने और कंपनी के टीयर-1 कैपिटल बेस को मजबूत करने में किया जाएगा।
5) इश्यू टाइप: इस इश्यू के तहत 2,500 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि ऑफर फॉर सेल के तहत प्रमोटर HDFC बैंक 10,000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेगी। फिलहाल, HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में HDFC बैंक की 94.36 पर्सेंट हिस्सेदारी है।
6) वैल्यूएशन: HDFC बैंक, HDB Finance के लिए 78,000-87,000 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन की मांग कर रहा है, जिससे अनुमानित प्राइस-टू-बुक वैल्यू 4.5 से 5 गुना होगी।
7) वित्तीय स्थिति: पर्सनल, व्हीकल और स्मॉल बिजनेस लोन की मांग में मजबूती की वजह से वित्त वर्ष 2023 में कंपनी के लोन बुक में सालाना आधार पर 17 पर्सेंट की बढ़ोतरी रही और यह 66,000 करोड़ रुपये रहा। फिस्कल ईयर 2023-24 में ऑपरेशंस से कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर 14,171 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इससे पिछले साल यह आंकड़ा 12,402 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट बढ़कर 2,460 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में 1,959 करोड़ रुपये रहा।
8) बुक-रनिंग लीड मैनेजर: जेएम फाइनेंशियल, BNP पारिबा, BofA सिक्योरिटीज इंडिया, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज, HSBC सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड आदि।
9) जून तिमाही में HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का नेट वर्थ 13,300 करोड़ रुपये था।
10) रिजर्व बैंक के नियमों के पालन के लिए लिस्टिंग: अक्टूबर 2022 में जारी रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस के बाद HDB फाइनेंशियल सर्विसेज को लिस्ट करने का फैसला किया गया है। प्रस्तावित IPO के बाद भी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज बैंक की सब्सिडियरी बनी रहेगी।