प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन दुनिया की सबसे बड़ी पैकेजिंग फर्म ईपीएल लिमिटेड में हिस्सेदारी बेच सकती है। पहले इस कंपनी का नाम एस्सेल प्रोपैक था। ब्लैकस्टोन की इस संभावित डील में कुछ कंपनियों की दिलचस्पी देखने को मिली है। इस मामले से जुड़े चार लोगों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी। इनमें से एक व्यक्ति ने बताया कि अभी यह मामला शुरुआती अवस्था में है। किसी तरह की औपचारिक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। लेकिन, बात आगे बढ़ती है तो ब्लैकस्टोन ईपीएल में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच सकती है।
ब्लैकस्टोन ने 5 साल पहले किया था निवेश
Blackstone ने 5 साल से ज्यादा वक्त पहले EPL में निवेश किया था। ईपीएल में ब्लैकस्टोन की हिस्सेदारी 51.47 फीसदी है। 30 अक्टूबर को ईपीएल के शेयरों के क्लोजिंग प्राइस पर इस हिस्सेदारी का मूल्य 4,402 करोड़ रुपये था। ईपीएल का मार्केट कैपिटलाइजेशन 8,544 करोड़ रुपये है। बीते 6 महीनों में कंपनी का शेयर 48.43 फीसदी चढ़ा है। इस मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने बताया, “इस प्रस्तावित ट्रांजेक्शन में प्राइवेट इक्विटी फर्मों और कंपनियों दोनों की दिलचस्पी देखने को मिली है। हालांकि, अब तक इस डील के लिए किसी एडवाइजर की नियुक्ति नहीं हुई है।”
2020 में बेची थी 23 फीसदी हिस्सेदारी
ब्लैकस्टोन ने सितंबर 2020 में एस्सेल प्रोपैक में 23 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी। करीब 1,850 करोड़ रुपये का यह सौदा ब्लॉक डील के जरिए हुआ था। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए ब्लैकस्टोन और ईपीएल को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। ब्लैकस्टोन ने अप्रैल 2019 में ईपीएल में नियंत्रण योग्य हिस्सेदारी खरीदने के लिए 46 करोड़ डॉलर खर्च करने की प्रतिबद्धता जताई थी। FY24 में ईपीएल का रेवेन्यू 1,280.50 करोड़ और प्रॉफिट 176.30 करोड़ रुपये था।
10 देशों में है ईपीएल की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज
एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, ईपीएल 21 एडवान्स मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज के जरिए सस्टेनेबल सॉल्यूशन ऑफर करती है। यह फैसिलिटीज 10 देशों में हैं। ये फैसिलिटीज इंडिया के अलावा ब्राजील, चीन, कोलंबिया, मिस्र, जर्मनी, मैक्सिको, फिलीपींस, पोलैंड और यूएसए में है। कंपनी सालाना 8 अरब से ज्यादा ट्यूब्स बनाती है। दुनियाभर में ओरल केयर कैटेगरी में इस्तेमाल होने वाले हर 3 ट्यूब्स में से ईपीएल का होता है। ब्यूटी एंड कॉस्मेटिक्स, फूड, फार्मा एंड हेल्थकेयर और होम केयर सेक्टर में भी कंपनी की ट्यूब्स का इस्तेमाल होता है।