Swiggy IPO: फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी का मेगा आईपीओ अगले हफ्ते 6 नवंबर को खुलने वाला है। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 11300 करोड़ रुपये जुटाने का है। हालांकि, इस दौरान आईपीओ के ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP में जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है। इस आईपीओ का GMP महज 3 दिनों में 32 फीसदी से घटकर 3 फीसदी पर आ गया है। बता दें कि पब्लिक इश्यू के लिए प्रति शेयर 371-390 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है। निवेशकों के पास इसमें 8 नवंबर तक निवेश का मौका रहेगा। एंकर निवेशकों के लिए यह आईपीओ 5 नवंबर को खुलेगा।
ग्रे मार्केट प्रीमियम एक्टिविटी पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म के अनुसार स्विगी के शेयर आज 3 फीसदी से ज्यादा प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। चित्तौड़गढ़ के मुताबिक स्विगी के शेयरों के लिए मौजूदा जीएमपी 14 रुपये है। आईपीओ वॉच के अनुसार, 28-29 अक्टूबर तक स्विगी के शेयरों का जीएमपी लगभग 130 रुपये था, जो लगभग 32 फीसदी से घटकर 3 फीसदी से थोड़ा ज्यादा रह गया।
अनलिस्टेड मार्केट में फूड डिलीवरी कंपनी के शेयरों की कीमत करीब एक महीने पहले करीब 500 रुपये प्रति शेयर थी। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी की कारोबारी सेहत के हिसाब से आईपीओ में निवेश से जुड़े फैसले लेने चाहिए।
Swiggy IPO के बारे में
स्विगी का ₹11,327.43 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 6-8 नवंबर के बीच खुला रहेगा। इसके आईपीओ में ₹371-₹390 के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 11 नवंबर को फाइनल होगा। फिर BSE और NSE पर 13 नवंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है। इस आईपीओ के तहत 4,499.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले 17,50,87,863 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। पहले फ्रेश इश्यू साइज 3750 करोड़ रुपये का था और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 18.5 करोड़ शेयर बेचे जाने थे लेकिन फिर फ्रेश इश्यू साइज बढ़ाया गया और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत शेयरों की बिक्री कम की गई।
ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत एस्सेल इंडिया, अपोलेटो एशिया, अल्फा वेव वेंचर्स, Coatue पीई एशिया, डीएसटी यूरोएशिया, एलीवेशन कैपिटल, इंस्पायर्ड एलाइट इंवेस्टमेंट्स, एमआईएच इंडिया फूड होल्डिंग्स, नॉर्वेस्ट वेंचर पार्टनर्स और टेनसेंट क्लाउड यूरोप शेयर बेंचेगे। प्रोसुस की सहयोगी कंपनी एमआईएच इंडिया फूड होल्डिंग्स इसकी सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है और इसके पास 30.93 फीसदी होल्डिंग है। इसके अलावा सॉफ्टबैंक ग्रुप के SVF II SONGBIRD (DE) LLC की 7.75 फीसदी, एस्सेल इंजिया की 4.71 फीसदी और टेनसेंट क्लाउड की 3.64 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी के एमडी और ग्रुप सीईओ श्रीहर्ष मजेती की इसमें 5.36 फीसदी के साथ-साथ को-फाउंडर और पूर्णकालिक निदेशक, हेड ऑफ इनोवेशन लक्ष्मी नंदन रेड्डी ओबुल की 1.75 फीसदी हिस्सेदारी है।
कैसा है स्विगी का फाइनेंशियल
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 में इसका घाटा 4,179.3 करोड़ रुपये से गिरकर 2,350.2 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 36 फीसदी बढ़कर 11,247.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष की बात करें तो जून तिमाही में कंपनी का घाटा सालाना आधार पर 564 करोड़ रुपये से बढ़कर 611 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन रेवेन्यू 35 फीसदी बढ़कर 3,222.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।