30 अक्टूबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए और निफ्टी 24,350 से नीचे चला गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 426.85 अंक या 0.53 फीसदी नीचे 79,942.18 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 126 अंक या 0.51 फीसदी गिरकर 24,340.80 पर बंद हुआ है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि एफआईआई द्वारा आक्रामक बिकवाली के कारण घरेलू बाजार सतर्क बना हुआ है। हालांकि घरेलू निवेशकों से बाजार को अच्छा सपोर्ट मिल रहा है। इस बीच वोलैटिलिटी में भी काफी बढ़त हुई है। आगामी अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों, अमेरिकी चुनाव और ब्याज दर पर FOMC के फैसले को पहले दूसरे इमर्जिंग बाजारों में भी कंसोलीडेशन देखने को मिल रहा है। दूसरी तिमाही सुस्त नतीजों और मैनेजमेंट के कमजोर गाइडेंस के चलते भारत के प्रीमियम वैल्युएशन में नरमी आ रही है।
प्रभुदास लीलाधर के विक्रम कासट का कहना है कि बाजार में 2 दिन की बढ़त का सिलसिला टूट गया और आज यह लाल निशान में बंद हुआ। निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में 0.5 फीसदी की गिरावट आई। स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स ने निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन किया। इनमें 1 फीसदी और 0.13 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। आज वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में 7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई जो बाजारों में बढ़ी अस्थिरता को दर्शाता है।
सेक्टोरल फ्रंट पर निफ्टी मीडिया और निफ्टी FMCG को छोड़कर सभी सेक्टर लाल निशान में बंद हुए। त्योहारी सीजन के दौरान कमजोर कॉर्पोरेट आय ने निवेशकों के सेंटीमेंट को खराब कर दिया है। कल निफ्टी की मंथली एक्सपायरी के दिन 24,000 एक महत्वपूर्ण स्तर रहेगा जिस पर नज़र रखी जानी चाहिए। पिछले 10 सालों के डेटा के विश्लेषण से पता चलता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान बाजार केवल 3 बार लाल निशान में बंद हुए हैं। आने वाले ट्रेडिंग सत्रों में हमें त्योहारी उत्साह का असर दिख सकता है।
तकनीकी चार्ट पर भी बाजार के रुझान में कोई खास बदलाव नहीं आया है। पिछले कुछ सत्रों से बाजार एक दायरे में घूम रहा है। एंजेल वन के समीत चव्हाण का कहना है कि पिछले तीन सत्रों से 24,100 का स्तर निफ्टी के लिए एक मजबूत सपोर्ट का काम कर रहा है। जबकि इसके लिए 24,500 पर तत्काल रजिस्टेंस दिख रहा है। चव्हाण ने आगे कहा कि इंट्राडे चार्ट को देखने से पता चलता है कि निफ्टी ने अब मबूत बेस बना लिया है। इसके लिए 24.100 पर अच्छा सपोर्ट है। बाजार में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति की सलाह होगी। हालांकि,उनका यह भी मानना है कि त्योहारी सप्ताह के दौरान तेजड़िए कुछ जोश में हैं। लेकिन बाजार में अनिश्चितता बनी रहने के कारण सावधानी बरतने की सलाह होगी। ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली करने में समझदारी होगी।
कई मार्केट एक्सपर्ट मिड और स्मॉलकैप शेयरों के महंगे वैल्युएशन को लेकर चिंतित हैं। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 46 फीसदी की भारी तेजी आई है, जो इसी अवधि में निफ्टी में आई 28 फीसदी की बढ़त से काफी ज्यादा है। मार्केट एक्सपर्ट अब ग्राहकों को उठापटक के बीच स्टॉक-विशिष्ट नजरिया अपनाने की सलाह दे रहे हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि निवेशकों को सही वैल्यूएशन वाले ऐसे लार्जकैप शेयरों पर फोकस करना चाहिए जहां आय की संभावना अच्छी है।
विजयकुमार ने आगे कहा कि यह तेजी बरकरार रहने की संभावना नहीं है,क्योंकि दूसरी तिमाही के आंकड़े वित्त वर्ष 2025 में आय में नरमी का संकेत दे रहे हैं। अधिकांश ब्रोकरेज की तरफ से आय अनुमानों को संशोधित किए जाने की संभावना है। निफ्टी अब वित्त वर्ष 2025 की अनुमानित आय के लगभग 24 गुना पर कारोबार कर रहा है, इसलिए बाजार में वैल्युएशन को लेकर कोई सहजता नहीं है।
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