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₹2.36 लाख में मिल रहा एक शेयर, फिर भी है सस्ता, ₹5.84 लाख हो सकती है असली कीमत, यहां जानें कारण

Elcid Investments Shares: एल्सिड इनवेस्टमेंट्स (Elcid Investments) अब देश का सबसे महंगा स्टॉक बन गया। मगंलवार 29 अक्टूबर को इसकी कीमत एक दिन में ₹3.53 से बढ़कर सीधे ₹2,36,250 रुपये पर पहुंच गई, यानी 66,92,535% की बढ़ोतरी। यह अपने आप में एक अनोखा और अद्भुत रिकॉर्ड है, जो इसके पहले शेयर बाजार में सुनने या देखने को मिला हो। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि इतनी उछाल के बावजूद एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह शेयर अभी भी फंडामेंटल से काफी सस्ते भाव पर कारोबार कर रहा है। यह पूरा मामला क्या है, आइए इसे समझते हैं।

दरअसल एल्सिड इनवेस्टमेंट्स एक होल्डिंग कंपनी है। यानी यह दूसरी कंपनियों में निवेश करती है, पैसा लगाती है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने एक दिन में इन होल्डिंग कंपनियों की असली वैल्यू का पता लगाने के लिए एक नीलामी आयोजित की थी। इस प्राइस डिस्कवरी सिस्टम कहते हैं। इसी नीलामी में एल्सिड इनवेस्टमेंट्स के शेयरों की वैल्यू करीब 66,92,535% बढ़ गई और यह MRF लिमिटेड को पीछे छोड़कर देश का सबसे महंगा शेयर बन गया।

इससे पहले MRF का स्टॉक ₹1.22 लाख प्रति शेयर के भाव ट्रेड कर रहा था, लेकिन Elcid ने उसे काफी पीछे छोड़ दिया। BSE की ओर से आयोजित ऑक्शन में Elcid के शेयरों का भाव एक समय 4.58 लाख रुपये तक पहुंच गया था, लेकिन अंत में इसका भाव ₹2.25 लाख पर डिस्कवर हुआ।

 

फंडामेंटल्स क्या कहते हैं?

Elcid Investments के फंडामेंटल्स के अनुसार, यह शेयर अब भी अपने बुक वैल्यू से काफी नीचे ट्रेड कर रहा है। Screener पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, इसका बुक वैल्यू 5.84 लाख रुपये है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर कंपनी के नेट असेट्स को प्रति शेयर देखा जाए, तो यह भाव, उसके बुक वैल्यू के मुकाबले काफी कम है।

कंपनी की वित्तीय सेहत

Elcid Investments को जून तिमाही में 135.95 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ, जो पिछले साल जून तिमाही में हुए 97.41 करोड़ रुपये के मुनाफे से 39.57% अधिक है। नेट सेल्स 177.53 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की तुलना में 38.28% अधिक है।

एल्सिड इनवेस्टमेंट्स मुख्य रूप से एक NBFC कंपनी है, जो RBI के साथ रजिस्टर्ड। कंपनी फिलहाल कोई बिजनेस नहीं करती है और इसकी आय का मुख्य स्रोत उन बड़ी कंपनियों से मिलने वाले डिविडेंड्स हैं जिनमें इसके निवेश हैं, जैसे कि Asian Paints। एल्सिड के इन इनवेस्टमेंट की वैल्यू ₹11,000 करोड़ से अधिक है, जबकि इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन महज ₹4,725 करोड़ है।

SEBI का नया फ्रेमवर्क

SEBI ने एक नया सर्कुलर जारी किया है जिससे Investment Companies (ICs) और Investment Holding Companies (IHCs) के प्राइस डिस्कवरी को बेहतर बनाया जा सके। SEBI ने देखा कि कई इनवेस्टमेंट और इनवेस्टमेंट होल्डिंग कंपनियां अपने बुक वैल्यू से काफी नीचे काराबोर कर रही थीं। इसके लिए SEBI ने “स्पेशल कॉल ऑक्शन विद नो प्राइस बैंड” फ्रेमवर्क लॉन्च किया है, जिससे इन कंपनियों के स्टॉक्स में लिक्विडिटी, फेयर प्राइस डिस्कवरी और निवेशकों की रुचि बढ़ाई जा सके।

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