Swiggy IPO: ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी अपने आईपीओ के लिए अपर प्राइस बैंड 390 रुपये तय कर सकती है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। अपर प्राइस पर सॉफ्टबैंक समर्थित कंपनी का वैल्यूएशन 11.3 अरब डॉलर होगा। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए $1.35 बिलियन (लगभग 11,700 करोड़ रुपये) जुटाने का है। रिपोर्ट के मुताबिक यह आईपीओ 6 नवंबर को खुलेगा और इसमें 8 नवंबर तक निवेश का मौका रहेगा।
6-8 नवंबर के दौरान खुलेगा IPO
इससे पहले वीकेंड में मनीकंट्रोल ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि स्विगी आईपीओ 6-8 नवंबर के दौरान सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। वहीं, एंकर निवेशकों के यह आईपीओ 5 नवंबर को खुलेगा। यह इस वर्ष किसी प्राइवेट इंडियन कंपनी द्वारा सबसे बड़े आईपीओ में से एक है।
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार स्विगी के आईपीओ में लगभग 4,500 करोड़ रुपये का प्राइमरी कंपोनेंट शामिल है। इसके अलावा, ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत 6800 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री होने की उम्मीद है।
वैल्यूएशन टारगेट में कटौती
स्विगी ने अपने IPO वैल्यूएशन टारगेट को फिर से घटाकर 11.3 अरब डॉलर कर दिया है। यह 15 अरब डॉलर के शुरुआती लक्ष्य से 25% कम है। स्विगी में सॉफ्टबैंक और प्रोसस का भी पैसा लगा हुआ है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया कि एक सोर्स के मुताबिक, स्विगी 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के चलते छाई वैश्विक अनिश्चितता के बीच आने वाले अपने IPO के लिए ठंडे रिस्पॉन्स से बचना चाहती थी। इसलिए निवेशकों के परामर्श से वैल्यूएशन में कटौती करने का फैसला किया। कहा जा रहा है कि स्विगी खराब IPO नहीं चाहती है।
इनवेस्को की अगुवाई में साल 2022 में अंतिम फंडिंग राउंड में स्विगी की वैल्यूएशन 10.7 अरब डॉलर आंकी गई थी। हाल की अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत का IPO बाजार उत्साहपूर्ण रहा है। इस वर्ष अब तक लगभग 270 कंपनियों ने IPO से 12.57 अरब डॉलर जुटाए हैं, जो 2023 में जुटाए गए 7.4 अरब डॉलर से कहीं अधिक है।