बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) की सहायक कंपनी नैनीताल बैंक (Nainital Bank) को प्रेमजी इन्वेस्ट (Premji Invest) खरीद सकती है। प्रेमजी इनवेस्ट, विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी (Azim Premji) का फैमिली ऑफिस है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, प्रेमजी इन्वेस्ट और बैंक ऑफ बड़ौदा के बीच नैनीताल बैंक में बहुमत हिस्सेदारी खरीदने के लिए आखिरी दौर की बातचीत चल रही है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेमजी इन्वेस्ट ने ड्यू डिलीजेंस पूरा करने के बाद एक टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि, अंतिम फैसला लिया जाना अभी बाकी है। टर्म शीट एक तरह का गैर-बाध्यकारी समझौता है, जिसके जरिए किसी सौदे के नियमों और शर्तों की रुपरेखा तय की जाती है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस डील में उत्तराखंड मुख्यालय वाले नैनीताल बैंक की वैल्यू 800 करोड़ रुपये आंकी जा सकती है। इसके साथ ही यह पहली बार होगा, जब अजीम प्रेमजी का फैमिली ऑफिस बैंकिंग सेक्टर में कदम रखेगा। अजीम प्रेमजी के पास फिलहास एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी, टीवीएस क्रेडिट का मालिकाना हक है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नैनीताल बैंक में बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) अपनी पूरी 98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचना चाहती है। हालांकि पहली किश्त में लगभग 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची जाएगी। मनीकंट्रोल इस रिपोर्ट को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं कर सका।
नैनीताल बैंक के बारे में
नैनीताल बैंक की स्थापना सन 1922 में स्थानीय आबादी की बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए की गई थी। 1973 में, भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ बड़ौदा को इसके ऑपेरंशस की निगरानी करने का निर्देश दिया। नैनीताल बैंक की आज उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में करीब 168 शाखाएं हैं।
बैंक अपने ग्राहकों को RTGS, NEFT, रुपे एटीएम कम डेबिट कार्ड, इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराती है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अजीम प्रेमजी फिनटेक और स्टार्टअप्स में निवेश की तलाश में हैं और इस साल की शुरुआत में उन्हें GIFT सिटी में एक इनवेस्टमें फंड खोलने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।
ब्लूमबर्ग 29 अप्रैल को एक रिपोर्ट में बताया था कि प्रेमजी इनवेस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) पर काम करने वाली कंपनियों में अपने निवेश को बढ़ाने के लिए तैयार है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कंपनी अपने इन-हाउस AI इनवेस्टमेंट टूल को बेहतर बनाने में जुटी है।