इंटरनेशनल मार्केट में पाम ऑयल की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। पाम ऑयल के दाम 2 साल से ज्यादा की ऊंचाई पर पहुंचे है। मलेशिया में पाम के दाम 4525 रिंग्गित के पार निकले है। बता दें कि कीमतों में लगातार चौथे दिन उछाल आया है। दरअसल, उत्पादन में गिरावट की आशंका से पाम के दाम चढ़े है। मलेशिया ने नवंबर से एक्सपोर्ट 10% ड्यूटी बढ़ाएगा । इंडोनेशिया का कहना है कि B40 के देश प्रतिबद्ध है । जनवरी 2025 तक B40 शुरू होगा। B50 को भी जल्द शुरू करेंगे।
पाम ऑयल की कीमतों में आई तेजी पर सीएनबीसी-आवाज से बात करते हुए एसडी गुथरी के सीईओ संदीप भान का कहना है कि भारत की पाम ऑयल की खरीदारी थोड़ी घटी है। पाम भारत की मांग बढ़ने की उम्मीद है। कीमतों में अभी गिरावट की उम्मीद नहीं है। हालांकि आने वाले अगले महीने में कीमतों में थोड़ी नरमी आ सकती है।
उन्होंने कहा कि फरवरी मार्च तक सोयाबीन की आवक शुरु हो जाएगी। बाजार में मांग के मुताबिक पाम की सप्लाई नहीं हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि आनेवाले दिनों में पाम की सप्लाई कम होने की संभावना है।
चीनी मिलों को OMCs से एथेनॉल का ऑर्डर मिला
वहीं चीनी मिलों के लिए भी अच्छी खबर है। चीनी मिलों को OMCs से एथेनॉल का ऑर्डर मिला है। 312 करोड़ लीटर एथेनॉल का ऑर्डर मिला है। 2024-25 सीजन के लिए OMCs से ऑर्डर मिला है। एथेनॉल सप्लाई सीजन नवंबर-अक्टूबर तक चलता है । पहली 2 तिमाहियों में 235 करोड़ लीटर एथेनॉल की खरीद हुई।
AISTA के चेरयमैन प्रफ्फुल विठलानी का कहना है कि 1 मिलियन टन का क्लोजिंग स्टॉक है। सरकार की एमएसपी नहीं बढ़ाने की आशंका है। सरकार का फैसला किसानों के लिए अच्छा नहीं है। चीनी का एक्सपोर्ट शुरु हो जाएगा।