डेटाटेक NBFC और MSME सेगमेंट में भारत के सबसे बड़े को-लेंडर Ugro कैपिटल ने FY25 की सितंबर तिमाही और छमाही के नतीजे जारी किए हैं। फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर शचींद्र नाथ के अनुसार कंपनी को उम्मीद है कि इसकी ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) करीब 2.5 फीसदी पर स्टेबल हो जाएगी और पूरे सायकल में क्रेडिट कॉस्ट लगभग 2% रहने की उम्मीद है। शचींद्र नाथ ने सीएनबीसी टीवी18 के साथ एक इंटरव्यू में यह जानकारी दी। कंपनी के शेयरों में आज 1.51 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 237.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
कैसे रहे Ugro कैपिटल के नतीजे
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में, फर्म ने 36 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के 30 करोड़ रुपये से 17 फीसदी अधिक है। सितंबर 2024 तक कंपनी के पास 10157 करोड़ रुपये का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) है। कंपनी ने H1FY25 में 644 करोड़ रुपये की कुल आय दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 37% अधिक है। इसके अलावा, FY25 की दूसरी तिमाही में 343 करोड़ रुपये की आय दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 35% अधिक और तिमाही आधार पर 14% अधिक है।
इसके अलावा, FY25 की दूसरी तिमाही में PAT 36 करोड़ रुपये रहा, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 23 फीसदी और तिमाही आधार पर 17% की वृद्धि है। इसके अलावा, FY25 की पहली छमाही में PAT 66 करोड़ रुपये हो गया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 22 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने ₹1971 करोड़ का कुल डिसबर्समेंट दर्ज किया।
Ugro कैपिटल के शेयरों का प्रदर्शन
Ugro कैपिटल के शेयर पिछले कुछ समय से दबाव में हैं। हालांकि, लॉन्ग टर्म में इसने तगड़ा रिटर्न दिया है। अक्टूबर 2017 में कंपनी के एक शेयर की कीमत महज 26 रुपये थी, जो कि आज के समय में बढ़कर 239 रुपये हो गई है। यानी स्टॉक ने अपने निवेशकों को 7 साल में 820 परसेंट का मुनाफा कराया है।
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