Adani Group News: भारत में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा सरकार ने थर्मल पावर प्लांटों को फ्यूल सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर अदाणी पावर (Adani Power) ने एनालिस्ट्स कॉल में कहा कि बिजली की लॉन्ग टर्म डिमांड का फायदा उठाने के लिए वह काफी मजबूत स्थिति में है। इसके अलावा अदाणी पावर की ग्रोथ स्ट्रैटेजी में ब्राउनफील्ड विस्तार, अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी को अपनाने और इनकार्बनिक ग्रोथ के मौकों के मूल्यांकन की योजना है। भारत जैसे-जैसे आर्थिक रूप से बढ़ रहा है, यहां बिजली की मांग भी बढ़ रही है और इसी को भुनाने के लिए अदाणी पावर ने स्ट्रैटेजी तैयार की है।
क्या है अदाणी पावर की पूरी स्ट्रैटेजी
इस गर्मी में 260 गीगावाट बिजली की मांग का अनुमान है जो पहले के अनुमानों से कहीं अधिक है। रिन्यूएबल कैसिपिटी तो बढ़ रही है, लेकिन बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए थर्मल पावर की भी भूमिका काफी अहम है। इसी को देखते हुए सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं कि थर्मल पावर प्लांट्स को फ्यूल की पर्याप्त सप्लाई हो। अदाणी पावर ने अपने थर्मल पावर इंस्टॉलेशन में बढ़ोतरी के अनुमान को भी 50 गीगावॉट से बढ़ाकर 80 गीगावॉट कर दिया है। कंपनी का कहना है कि अपनी क्षमता को 24 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाना चाहती है।
कई डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियां थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स के लिए नीलामी के संकेत दे रही हैं तो इसे देखते हुए अदाणी पावर की योजना ब्राउनफील्ड एक्सपैंशन पर है। अदाणी पावर का कहना है कि इसकी नई कैपेसिटी में अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा ताकि एफिशिएंसी बेहतर हो सके और उत्सर्जन में भी कमी आ सके। अभी कंपनी विस्तार योजनाओं पर आगे बढ़ रही है जिसके तहत इसने महान प्लांट में 1600 मेगावाट अपग्रेड किया है और रिगोर पावर प्लांट डेवलप कर रही है। इसके अलावा कंपनी इनऑर्गेनिक ग्रोथ पर भी फोकस कर रही है और इस पर कोस्टल एनर्जेन और लैंडकॉमर्स हंटर को लेकर बात काफी आगे बढ़ चुकी है।
Adani Power के लिए मिली-जुली रही मार्च तिमाही
अदाणी पावर का रेवेन्यू पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के 10,242.06 करोड़ रुपये से 30 फीसदी बढ़कर 13,363.69 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि इस दौरान कंपनी का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट 48 फीसदी गिरकर 2737 करोड़ रुपये पर आ गया।