मार्च के निचले स्तर से बाजारों में तेज सुधार के बीच बीएसई (BSE) में सूचीबद्ध 2,400 से ज्यादा शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। कुल मिलाकर किसी कैलेंडर महीने के दौरान चढ़ने वाले शेयरों की संख्या सबसे ज्यादा रही।
बीएसई (BSE) की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछला उच्चस्तर 2,322 शेयरों का था जो जनवरी में रिकॉर्ड हुआ था। अप्रैल में चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात 1.28 रहा जो 12 महीने का सबसे अच्छा आंकड़ा है।
चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात व्यापक बाजार के अंतर्निहित मनोबल का संकेतक होता है। पिछले दो महीने में चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात एक से नीचे था यानी गिरने वाले शेयरों की संख्या चढ़ने वाले शेयरों के मुकाबले ज्यादा रही।
जनवरी और मार्च में बीएसई पर सूचीबद्ध 2,000 से ज्यादा शेयर नुकसान से साथ बंद हुए। इससे पहले फरवरी-अप्रैल 2023 की अवधि में 2,000 शेयर नुकसान से साथ बंद हुए थे।
मूल्यांकन की चिंता और बाजार नियामक सेबी (SEBI) की तरफ से बुलबुले की चेतावनी के बीच मार्च में स्मॉलकैप में तेज बिकवाली हुई थी। लिहाजा शेयरों में अप्रैल के दौरान तेज सुधार हुआ।
बेंचमार्क सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) में करीब एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 11.4 फीसदी चढ़ा। निफ्टी मिडकैप 100 में अप्रैल के दौरान 5.8 फीसदी का इजाफा हुआ। बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में धातु, पीएसयू बैंकिंग और रियल्टी के शेयर रहे।
वित्त वर्ष 2024 में बीएसई (BSE) पर हर महीने बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों की औसत संख्या 2,158 रही जो वित्त वर्ष 23 में 1,924 थी।