Wipro Share Price: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट्स (ADRs) गुरुवार को 4 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गए। ये ADRs, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हैं। यह गिरावट विप्रो के सितंबर तिमाही के नतीजों के ऐलान के बाद आई है। अमेरिकी समयानुसार सुबह 10:15 बजे के करीब, विप्रो के ADRs 2.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 6.3 डॉलर के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इसके चलते इस बात की संभावना बढ़ गई है कि शुक्रवार 18 अक्टूबर भारतीय शेयर बाजार में भी विप्रो के शेयर दबाव में रह सकते हैं।
Wipro ने गुरुवार को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2024) के नतीजे जारी किए। साथ ही कंपनी ने दिसंबर तिमाही के अपने रेवेन्यू अनुमानों में कटौती की। कंपनी ने कहा कि दिसंबर तिमाही में उसका आईटी सर्विस रेवेन्यू 2,60.7 करोड़ डॉलर से 2,66 करोड़ डॉलर के बीच रह सकता है। कॉन्स्टैंट करेंसी के टर्म में -2% से 0.0 प्रतिशत की तिमाही ग्रोथ का संकेत देता है। यह अनुमान सितंबर तिमाही के मुकाबले कम है, जब कंपनी ने 1 प्रतिशत तक की ग्रोथ का लक्ष्य दिया था।
विप्रो ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसे 3,209 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। यह पिछली तिमाही की तुलना में लगभग 7 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा Moneycontrol के पोल में एनालिस्ट्स की ओर से बताए 3,011 करोड़ रुपये के अनुमान से भी बेहतर रहा। इसके अलावा, कारोबार से होने वाली आय 1.5 प्रतिशत बढ़कर 22,302 करोड़ रुपये रही, जो Moneycontrol पोल के 22,219 करोड़ रुपये के अनुमान को पार कर गई।
सितंबर तिमाही के दौरान Wipro के ऑपरेटिंग मार्जिन में 30 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी हुई और यह 16.8 प्रतिशत पर पहुंच गया। यह अनुमानित 16.4 प्रतिशत से बेहतर था। कंपनी की कुल बुकिंग्स में भी सुधार देखा गया और यह 3.56 अरब डॉलर तक पहुंच गई। पिछली तिमाही में यह 3.23 अरब डॉलर थी। बड़े सौदों की बुकिंग्स भी 1.15 अरब डॉलर से बढ़कर 1.49 अरब डॉलर हो गई।
Wipro ने सितंबर तिमाही के नतीजों के साथ-साथ 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का भी ऐलान किया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर विप्रो के शेयर आज 0.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 528.7 रुपये पर बंद हुए।