Hyundai Motor IPO: देश का सबसे बड़े इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अब बंद हो चुका है। हुडंई मोटर इंडिया का आईपीओ आज 17 अक्टूबर को बोली के आखिरी दिन कुल 2.37 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन के साथ बंद हुआ। यह आईपीओ 15 से 17 अक्टूबर के बीच बोली के लिए खुला था। हालांकि दिलचस्प बात यह है कि आखिरी दिन खत्म होने के बावजूद इस आईपीओ की 2 कैटेगरी पूरी तरह से नहीं भर पाई। यहां तक कि पिछले कुछ समय से हर आईपीओ में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाले रिटेल निवेशकों में भी हुंडई के IPO को लेकर जोश कम दिखा। रिटेल निवेशकों का कोटा आखिरी दिन तक महज 50 प्रतिशत बढ़ा।
इसी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के कैटेगरी में भी हुंडई को पूरी बोली नहीं मिली और यह सिर्फ 0.60 फीसदी सब्सक्राइब किया। हालांकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) ने आखिरी दिन भारी बोली लगाकर हुंडई के IPO को फेल होने से बचा लिया।
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) ने अपने लिए आरक्षित शेयरों को करीब 6.97 गुना अधिक सब्सक्राइब किया। इसके चलते हुंडई का आईपीओ कुल 2.37 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन के साथ बंद हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) का सब्सक्रिप्शन इसलिए भी अहम था क्योंकि अगर किसी आईपीओ में QIB का हिस्सा 90% नहीं भरता है, तो फिर उस आईपीओ को फेल मान लिया जाता है और वह वापस हो जाता है।
Hyundai Motor India ने इश्यू खुलने के पहले सोमवार को बड़े (एंकर) निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए। हुंडई के आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल (OFS) पर आधारित था। इसके तहत इसकी साउथ कोरियाई प्रमोटर कंपनी हुंडई मोटर ने 14,21,94,700 शेयरों को बिक्री के लिए रखा था।
यह करीब 20 सालों में किसी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी की ओर से लाया गया पहला आईपीओ है। इससे पहले मारुति सुजुकी के शेयर साल 2023 में सूचीबद्ध हुए थे।
मार्केट शेयर के लिहाज से, हुंडई मोटर देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। इसने 1996 में भारत में कारोबार शुरू किया था और फिलहाल यह विभिन्न सेगमेंट में वाहनों के 13 मॉडल बेचती है। ऊपरी प्राइस बैंड पर आईपीओ का साइज 27,870 करोड़ रुपये (3.3 अरब डॉलर) आंका गया है। कंपनी का बाजार वैल्यूएशन लिस्टिंग के बाद लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये (लगभग 19 अरब डॉलर) होगा