Patel Engineering share: शेयर बाजार बिकवाली मोड में नजर आ रहा है। इस माहौल के बीच सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर पर निवेशक टूट पड़े। शेयर में यह तेजी कंपनी की एक डील के बाद आई है। इस डील की वजह से इरकॉन इंटरनेशनल के शेयर की भी भारी डिमांड थी।
पटेल इंजीनियरिंग के शेयर का परफॉर्मेंस
सप्ताह के चौथे दिन यानी गुरुवार को यह शेयर 54 रुपये से 5 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 58.02 रुपये पर पहुंच गया। 6 फरवरी 2024 को शेयर की कीमत 79 रुपये थी। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। अक्टूबर 2023 में शेयर 41.99 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो लेवल है। इरकॉन इंटरनेशनल के शेयर की बात करें तो 231.35 रुपये पर था। 15 जुलाई 2024 को शेयर की कीमत 351.65 रुपये पर थी। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।
इरकॉन ने बताई डील की डिटेल
एक एक्सचेंज फाइलिंग में इरकॉन ने कहा- इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड ने 16 अक्टूबर, 2024 को पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत भारत और विदेशों में अलग-अलग इंफ्रा प्रोजेक्ट्स में पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यावसायिक अवसरों को आगे बढ़ाना और संयुक्त रूप से निष्पादित करना है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न की डिटेल
इस बीच, ताजा शेयरहोल्डिंग पैटर्न में म्यूचुअल फंड ने सितंबर तिमाही के दौरान रेलवे इंफ्रा कंपनी इरकॉन में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है। इरकॉन में एमएफ होल्डिंग्स 30 सितंबर तक 0.31 प्रतिशत थी, जो जून तिमाही के अंत में 1.67 प्रतिशत से कम थी। क्वांट एक्टिव फंड ने जुलाई-सितंबर की अवधि के दौरान कंपनी से हिस्सेदारी निकाल ली है। बता दें कि जून तिमाही के अंत में म्यूचुअल फंड हाउस के पास कंपनी में 1.15 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
कैसे रहे तिमाही के नतीजे
इरकॉन इंटरनेशनल का प्रॉफिट 19.5 प्रतिशत बढ़कर 224 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसका राजस्व 17 प्रतिशत गिरकर 2,287.1 करोड़ रुपये हो गया। परिचालन स्तर पर एबिटा 2 प्रतिशत गिरकर 250.6 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एबिटा मार्जिन लगभग 200 आधार अंक बढ़कर 11 प्रतिशत हो गया।