ऑनलाइन ब्रोकिंग फर्म जीरोधा (Zerodha) के फाउंडर निखिल कामत (Nikhil Kamath) ने बताया कि अधिकतर कंपनियों के मालिक शेयर बाजार में लिस्टिंग कराने के बाद पछताते हैं। कामत ने ‘WTF’ नाम से आने वाले अपने पॉडकास्ट के एक हालिया एपिसोड में ये बातें कहीं। यह पॉडकास्ट गेमिंग इंडस्ट्री को लेकर फोकस साथ, जिसमें नजारा टेक्नोलॉजीज (Nitish Mittersain) के फाउंडर नीतीश मित्तरसैन भी शामिल हुए थे। कामत ने नीतीश से पूछा कि क्या उन्हें भी अपनी कंपनी को शेयर बाजार लिस्ट कराने का पछतावा है।
बता दें कि नजारा टेक मार्च 2021 में शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी और निखिल कामत इसके सबसे बड़े निवेशकों में से एक हैं। कामत ने कहा, “मैं नीतीश की कंपनी में निवेशक हूं। करीब 5% हिस्सेदारी है। हम अक्सर मिलते हैं और जैसे मैं आज आप सभी को (पॉडकास्ट में आए दूसरे मेहमानों को) परेशान करने जा रहा हूं, वैसे मैंने इसे बहुत परेशान किया है क्योंकि मैं इस फील्ड को थोड़ा और समझना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, “आज का यह पॉडकास्ट भी मेरी इसी जिज्ञासा को लेकर है क्योंकि बहुत से लोग मुझसे कहते रहे हैं कि गेमिंग की इंडस्ट्री भविष्य में बहुत बड़ी होने वाली है। आज युवा मनोरंजन के पारंपरिक साधनों की तुलना में गेमिंग पर बहुत अधिक समय बिता रहे हैं, इसलिए मेरे मन में इसके प्रति बहुत उत्सुकता है। हालांकि इसके साथ जिन लोगों से मैंने कैमरे पर नहीं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से पूछा है कि क्या उन्हें एक लिस्टिंग कराने और कंपनी को पब्लिक बनाने का पछतावा है, तो उनमें से 10 में से 9 ने हामी भरी है।”
हालांकि, नाजारा के फाउंडर ने कहा कि वह उनमें से एक नहीं है। इसके उलट उन्होंने पॉडकास्ट के दौरान कंपनी को लिस्टिंग कराने के कई पॉजिटिव फायदे बताए, जो उन्हें शेयर बाजार में एंट्री के बाद दिखा। नितेश ने कहा, “अपने बारे में कहूं, तो मैंने लंबे समय तक यह बिजनेस चला चुका था। करीब 2 दशक। उस समय भारत में गेमिंग का अस्तित्व नहीं था। इसलिए मुझे वाकई यह लगा कि अगर हम भारत की पहली गेमिंग कंपनी के रूप में शेयर बाजार में एंट्री करते हैं, तो हम एक नई राह बना सकते हैं और दुनिया को भी यह मैसेज दे सकते हैं भारत में गेमिंग इंडस्ट्री बढ़ रही है।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि लिस्टिंग के बाद से, पिछले 3-5 सालों में हमारे ब्रांड की विजिबिलिटी और कंपनी को लेकर विश्वसनीयता में काफी बढ़ोतरी हुई है। शॉन (क्राफ्टन इंडिया के सीईओ सीन ह्युनिल सोहन] और क्राफ्टन जैसे साझेदार और उनके जैसे ग्लोबल कंपनियां अब भारत आ रही हैं और हमसे साझेदारी करना चाहते हैं। मुझे लगता है, आज नाजारा स्पष्ट रूप से एक ऐसी कंपनी है जिसके साथ बात करने और साझेदारी करने में वे बहुत खुश हैं। ये लिस्टिंग के चलते ही हो सका।”