SPARC Share Price: सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी (SPARC) के शेयरों की 14 कारोबारी दिनों की लगातार गिरावट आखिरकार आज खत्म हुई। इन 14 दिनों में इसके शेयर 13 दिन तो 5-5 फीसदी टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए थे। इन 14 दिनों में इसके शेयर करीब 49 फीसदी टूट गए थे। हालांकि अब आज अच्छी रिकवरी दिख रही है। इंट्रा-डे में BSE पर यह करीब 5 फीसदी उछल गया। मुनाफावसूली के चलते भाव में थोड़ी नरमी आई है लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल यह 3.84 फीसदी की बढ़त के साथ 242.05 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 4.61 फीसदी उछलकर 243.85 रुपये की ऊंचाई तक पहुंचा था।
SPARC के शेयरों में क्यों आई 14 दिनों की लंबी गिरावट
आज की रिकवरी से पहले सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी के शेयर 14 कारोबारी दिनों में करीब 49 फीसदी टूट गए थे। इसकी वजह ये है कि कंपनी पर्किंसन के शुरुआती लक्षणों वाले मरीजों में Vodobatinib की प्रोसीक स्टडी कर रही थी। इस इलाज में फायदे का कोई संकेत नहीं मिला तो कंपनी ने स्टडी को बंद करने का फैसला किया। पर्किंसन के इलाज के लिए वोडाबटिनिब की पीक सेल्स करीब 500 करोड़ डॉलर की है। 2 करोड़ डॉलर के कैश बैलेंस के साथ स्पार्क अब कोई पूंजी नहीं जुटाएगी और मैनेजमेंट लागत कम करने के लिए इसके कॉस्ट स्ट्रक्चर को देखेगी। इसके चलते सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी के शेयरों की भारी बिकवाली शुरू हो गई।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल
पिछले 14 कारोबारी दिनों की गिरावट को छोड़ दें तो स्पार्क के शेयर एक साल में मल्टीबैगर साबित हुए हैं। पिछले साल 26 मई 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 178.10 रुपये के भाव पर था। इस लेवल से 11 महीने में यह 166 फीसदी से अधिक उछलकर पिछले महीने 9 अप्रैल 2024 को 474.00 रुपये पर पहुंच गया था जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से फिलहाल यह 49 फीसदी डाउनसाइड है। कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो मार्च 2024 तिमाही के आंकड़ों के हिसाब से इसमें 65.67 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर्स की है जिसमें शांगवी फाइनेंस की 42.28 फीसदी और सन फार्मा के दिलीप शांगवी की 19.05 फीसदी हिस्सेदारी है।