नई दिल्ली: कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया देश का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आ रही है। इस आईपीओ का इश्यू साइज 27,870.16 करोड़ रुपये है। यह आईपीओ निवेश के लिए 15 अक्टूबर से खुलेगा। निवेशक 17 अक्टूबर तक इसके लिए बोली लगा सकेंगे। इस आईपीओ में कंपनी कोई भी फ्रेश शेयर जारी नहीं करेगी। कुल 14.22 करोड़ शेयर जारी होंगे। ये शेयर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत जारी किए जाएंगे। इस आईपीओ को ग्रे मार्केट में अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है।
पहले जानें आईपीओ की पूरी डिटेल
आईपीओ 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक खुलेगा। अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को होगा। इसकी लिस्टिंग 22 अक्टूबर को होगी। इस आईपीओ का प्राइज बैंड 1865 से 1960 रुपये के बीच रखा गया है। एक लॉट में 7 शेयर हैं। इसके लिए 13,720 रुपये निवेश करने होंगे। एक रिटेल निवेशक अधिकतम 14 लॉट बुक करा सकता है।
ग्रे मार्केट में क्या है स्थिति?
यह आईपीओ खुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में धड़ाम हो चुका है। जब से इसके प्राइज बैंड की घोषणा हुई है, तब से सिर्फ एक बार छोड़कर ग्रे मार्केट में इसमें लगातार गिरावट आ रही है। 9 अक्टूबर में इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 175 रुपये था, जो सबसे ज्यादा रहा। इस जीएमपी पर भी इसके सिर्फ 9 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट होने की उम्मीद थी।9 अक्टूबर के बाद से इसका जीएमपी लगातार गिर रहा है। अब इसका जीएमपी गिरकर मात्र 75 रुपये रह गया है। यानी यह 3.83 फीसदी प्रीमियम के साथ 2035 रुपये पर लिस्ट हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसे फ्लैट लिस्टिंग ही माना जाएगा। यानी आईपीओ में शेयर की जितनी कीमत होती है, करीब उतने पर ही लिस्टिंग। इतनी कमजोर लिस्टिंग के बाद इसमें मजबूती आएगी या नहीं, इसके बारे में कहा नहीं जा सकता।
आगे क्या होगी स्थिति?
अभी इस आईपीओ को लिस्ट होने में करीब 10 दिन बाकी हैं। ऐसे में हो सकता है कि इसके जीएमपी में आने वाले दिनों में तेजी दिखाई दे। लेकिन पिछले कुछ ट्रेंड को देखते हुए इसकी उम्मीद कम ही की जा सकती है। साथ ही पिछले कुछ दिनों से इसके जीएमपी में जिस दर से गिरावट आई है, उसे देखते हुए भी इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद कम है। हालांकि निवेशकों का फैसला सही होगा या गलत, इसके बारे में सही तरीके से 22 अक्टूबर को लिस्टिंग वाले दिन ही पता चलेगा।