भारत की सबसे वैल्यूएबल IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) ने आज यानी 10 अक्टूबर को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (Q2FY25) के नतीजे जारी कर दिए हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में TCS का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर करीब 5% बढ़कर ₹11,909 करोड़ रहा।
एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 11,342 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ था। वहीं, Q2FY25 में सालाना आधार पर कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 8% बढ़कर 64,259 करोड़ रुपए हो गया है।
10 रुपए प्रति शेयर लाभांश का ऐलान
नतीजों के साथ TCS ने अपने शेयर होल्डर्स के लिए प्रति शेयर 10 रुपए लाभांश का भी ऐलान किया है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे लाभांश या डिविडेंड कहते हैं।
इस साल अब तक 10.94% चढ़ा TCS का शेयर
आज TCS का शेयर 0.59% की गिरावट के साथ 4,227.90 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले 1 महीने में शेयर ने 6.21% का निगेटिव रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले 6 महीने में TCS के शेयर ने 6.21% और इस साल अब तक 10.94% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
आज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का शेयर दिनभर कारोबार करने के बाद 0.59% की गिरावट के साथ 4,227.90 रुपए के स्तर पर बंद हुआ।
स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड क्या होता है?
कंपनियां अपनी फाइनेंशियल रिजल्ट दो भाग में जारी करती हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
1968 में हुई थी TCS की स्थापना
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) भारत की मल्टीनेशनल इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) कंपनी है। यह टाटा ग्रुप की एक सहायक कंपनी है। TCS की स्थापना 1968 में ‘टाटा कंप्यूटर सिस्टम्स’ के रूप में हुई थी। 25 अगस्त 2004 को TCS पब्लिक लिस्टेड कंपनी बनी।
2005 में इन्फॉरमेटिक्स मार्केट में जाने वाली यह भारत की पहली कंपनी बनी। अप्रैल 2018 में 100 अरब डॉलर मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली देश की पहली IT कंपनी बनी। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 14.17 लाख करोड़ रुपए है। यह 46 देशों में 149 लोकेशन पर काम करती है।