भारत में आईपीओ के जरिए ह्युंडै की दक्षिण कोरिया से बाहर शेयर बाजार में पहली लिस्टिंग होगी। भारत में 2003 में मारुति सुजूकी के बाद दो दशकों में आईपीओ लाने वाली यह पहली कार निर्माता भी होगी।
इस घटनाक्रम के जानकार तीन अधिकारियों ने नाम छापने के अनुरोध के साथ बताया कि 3 अरब डॉलर का यह आईपीओ 14 अक्टूबर को बड़े संस्थागत निवेशकों के लिए खुलेगा और 15 से 17 अक्टूबर के दौरान रिटेल और अन्य श्रेणियों के आवेदन लिए जाएंगे।
सूत्रों का कहना है कि ऊपरी कीमत दायरे पर कंपनी का मूल्यांकन करीब 19 अरब डॉलर होगा। इस शेयर में 22 अक्टूबर को ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी। ह्युंडै ने रॉयटर्स के सवालों का तुरंत जवाब नहीं दिया है। ह्युंडै देश में मारुति सुजूकी के बाद दूसरी सबसे बड़ी वाहन निर्माता है और अपनी एसयूवी श्रेणी के मॉडल बढ़ाकर घरेलू प्रतिस्पर्धियों से अपनी बाजार भागीदारी फिर से हासिल करने की कोशिश में है।
कंपनी ने अगले साल के शुरू में भारत में बना अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने की भी योजना बनाई है और 2026 के शुरू से बाजार में दो पेट्रोल संचालित मॉडल भी लाएगी।
ह्युंडै इस आईपीओ में नए शेयर जारी नहीं करेगी। इस आईपीओ में उसकी दक्षिण कोरियाई मूल कंपनी पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई में अपनी 17.5 प्रतिशत हिस्सेदारी रिटेल और अन्य निवेशकों को बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिये बेचेगी। दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता ने मंगलवार को कहा कि आईपीओ के बाद भी ह्युंडै मोटर इंडिया में उसके 67 करोड़ शेयर या 82.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बनी रहेगी।