ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी हीरो मोटर्स (Hero Motors) ने अपनी आईपीओ की योजना टाल दी है। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने यह जानकारी दी। सेबी ने एक अपडेट में बताया कि हीरो मोटर्स ने 5 अक्टूबर को अपना DRHP वापस ले लिया है। बता दें कि कंपनी ने अगस्त 2024 में सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर फाइल किया था। कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए 900 करोड़ रुपये जुटाने की थी।
क्या था Hero Motors का प्लान
इस आईपीओ में 500 करोड़ रुपये तक का फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किया जाना था। इसके अलावा, शेष 400 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) था। OFS में शेयरों की बिक्री प्रमोटर ओपी मुंजाल होल्डिंग्स, भाग्योदय इन्वेस्टमेंट्स और हीरो साइकिल्स द्वारा की जानी थी।
कंपनी ने कहा था कि वह इश्यू से प्राप्त फंड का इस्तेमाल बकाया उधारी चुकाने, नोएडा फैसिलिटी की क्षमता में विस्तार के लिए जरूरी उपकरणों की खरीद करने, वर्किंग कैपिटल जरूरतों की फंडिंग और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। इसके अलावा, हीरो मोटर्स ने यह भी कहा था कि वह रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले ₹100 करोड़ के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है
Hero Motors का बिजनेस
हीरो मोटर्स ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी है, जिसका नेतृत्व पंकज मुंजाल करते हैं, जो हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल के चचेरे भाई हैं। कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप, भारत और आसियान क्षेत्र में ऑटोमोटिव ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (OEM) को इलेक्ट्रिक और नॉन-इलेक्ट्रिक दोनों पावरट्रेन के लिए पावरट्रेन सॉल्यूशन प्रदान करती है।
फर्म का रेवेन्यू FY22 में ₹914 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹1064 करोड़ हो गया। इसका ग्रॉस प्रॉफिट FY22 में ₹281 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹419 करोड़ हो गया, जो 22% की CAGR है। वहीं, ग्रॉस मार्जिन FY22 में 30.78 फीसदी से बढ़कर FY24 में 39.40% हो गया। अभी तक, कंपनी के प्रमोटरों के पास 91.65% हिस्सेदारी है।