Reliance Power Share: अनिल अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस पावर के शेयरों में निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली चल रही है। इसके चलते कंपनी के शेयर में आज सोमवार को लगातार तीसरे सत्र में 5 प्रतिशत का लोअर सर्किट लगा और यह शेयर 48.40 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई पर आज बाजार बंद होते समय तक आरपावर के इस शेयर पर कोई भी खरीदार नहीं दिखा बल्कि इस शेयर पर केवल सेलर्स ही नजर आए। बता दें कि मार्केट बंद होते समय इस शेयर पर जहां बाय क्वांटिटी जीरो थी, वहीं सेल क्वांटिटी 20,78,199 रही। स्टॉक अब अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 53.64 रुपये से 11 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा है, जो कि पिछले सप्ताह पहुंचा था। बता दें कि लगातार 15 दिन तक इस पावर शेयर में 5% का अपर सर्किट लग रहा था लेकिन लास्ट तीन कारोबारी दिन से इसमें गिरावट देखी जा रही है। बता दें कि अनिल अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने हाल ही में कर्ज मुक्त होने का ऐलान किया है। बता दें कि पिछले 12 महीनों में कंपनी के शेयर 172 प्रतिशत चढ़ गए हैं।
क्या है ब्रोकरेज की राय
तकनीकी रूप से रिलायंस पावर के शेयर 5-दिन, 50-दिन, 100-दिन और 200-दिवसीय मूविंग एवरेज (डीएमए) से अधिक पर कारोबार कर रहे हैं। इसका रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) 79 पर है, जो दर्शाता है कि स्टॉक ओवरबॉट जोन में कारोबार कर रहा है। सेबी में रजिस्टर्ड स्वतंत्र अनुसंधान विश्लेषक अभिजीत रामचंद्रन के अनुसार, रिलायंस पावर के शेयर की कीमत अत्यधिक खरीदी गई है और दैनिक चार्ट पर 53.4 रुपये पर मजबूत प्रतिरोध के साथ मंदी भी है। उन्होंने कहा, “निवेशकों को मौजूदा स्तर पर मुनाफावसूली करनी चाहिए क्योंकि 48 रुपये के समर्थन स्तर से नीचे दैनिक बंद होने पर निकट अवधि में यह शेयर 35 रुपये तक पहुंच सकती है।” वहीं, आनंद राठी के सीनियर मैनेजर- तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक, जिगर एस पटेल ने कहा, “समर्थन 46 रुपये और प्रतिरोध 50 रुपये होगा। 50 रुपये के स्तर से ऊपर बंद के बाद यह 53 रुपये तक की बढ़त को ट्रिगर कर सकता है। अल्पावधि में यह शेयर 44 रुपये से 55 रुपये के बीच कारोबार कर सकता है।”
कर्ज फ्री है कंपनी
हाल ही में रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी रोजा पावर ने सिंगापुर स्थित लेंडर वर्डे पार्टनर्स को 850 करोड़ रुपये के कर्ज का समय से पहले भुगतान कर दिया है। रिलायंस पावर के शून्य कर्ज की उपलब्धि के बाद, रोजा पावर अब कर्ज मुक्त होने की राह पर है। कंपनी का लक्ष्य अगली तिमाही में अपने शेष कर्ज का निपटान करना है, और चालू वित्त वर्ष के अंत से पहले इस प्रक्रिया को पूरी कर लेना है। इससे पहले कंपनी ने रिलायंस पावर लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने अपनी सब्सिडियरी यूनिट विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर के लिए गारंटर से जुड़ी 3,872 करोड़ रुपये की देनदारियों को पूरा कर लिया है। इसके अलावा 16 सितंबर को कंपनी को नीलामी के जरिये 500 मेगावाट का बैटरी भंडारण अनुबंध मिला है। इस नीलामी का आयोजन सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) ने किया था। इन कई वजहों के चलते कंपनी के शेयर में पिछले महीने स्टॉक में 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।