शेयर मार्केट से पैसा बनाने का एक आसान और सेफ रास्ता है IPO में निवेश करना। और अगर आप छोटे निवेशक हैं तो बेशक IPO में पैसा लगाना सही फैसला है। इस महीने अक्टूबर में NTPC Green, Swiggy और Hundai India जैसे कई बड़े IPO शेयर मार्केट में एंट्री करने वाले हैं। जिन कंपनियों के इश्यू आ रहे हैं अगर आप उनसे जुड़ी पहले से लिस्टेड कंपनियों में पैसा लगाते हैं तो आपको तगड़ा मुनाफा हो सकता है।
आज हम बात कर रहे हैं NTPC के शेयरों की। इससे जुड़ी NTPC Green Energy इसी महीने 10,000 करोड़ रुपए का IPO लॉन्च करने वाली है। अगर आप इस IPO में पैसा लगा रहे हैं तो मुमकिन है कि आपको शेयर अलॉट हो या नहीं। लेकिन अगर आप NTPC के शेयरों में पैसा लगाते हैं तो अगले 30 दिनों में आपको 34 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता है।
NTPC के शेयरों में तेजी आने की उम्मीद क्यों!
ब्रोकरेज फर्म Jefferies India का मानना है कि NTPC Green Energy की लिस्टिंग से NTPC के शेयरों में 34 फीसदी की तेजी आ सकती है। जेफरीज इंडिया को NTPC को लेकर यह भरोसा है कि अगर NTPC Green Energy की लिस्टिंग होती है तो उसका फायदा NTPC को भी मिल सकता है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, NTPC Green Energy की लिस्टिंग से NTPC के शेयर कम से कम 11% तक तो पक्का भागेंगे। और सिचुएशन बेहतर रही तो इसके शेयर 34% की तेजी के साथ 580 रुपए तक पहुंच सकते हैं।
अब सवाल ये है कि जेफरीज को NTPC के शेयरों पर आखिरी इतना भरोसा क्यों है?
इसकी वजह है कि भारत में लिस्टेड रिन्युएबल एनर्जी जेनरेशन वाली लिस्टेड कंपनियां बहुत कम हैं। NTPC Green Energy की ऑपरेशनल कैपासिटी फिलहाल 3.2 GW है। इसमें 3.1 GW in solar and 100 MW in wind है। कंपनी का प्लान 2032 तक अपनी कैपासिटी 19 गुना बढ़ाकर 60 gw करने की है। यानि कंपनी हर साल 44% CAGR से ग्रोथ करना चाहती है।
NTPC Green Energy के DRHP के मुताबिक, कंपनी 10,000 करोड़ रुपए का फ्रेश इश्यू लाने वाली है। Assuming, कंपनी 10 to 15% stake dilution करती है। जबकि NTPC के Renewable Energy Business का वैल्यूएशन कोल सेगमेंट के मुकाबले दोगुना प्रीमियम पर है। इस हिसाब से NTPC Green Energy की अच्छी लिस्टिंग का फायदा NTPC को भी मिल सकता है।
NTPC को अपने ऑपरेशंस को बढ़ाने के लिए फंड की जरूरत थी लेकिन कंपनी ने इसके लिए investment cap बढ़ाने के बजाय IPO लाने का फैसला किया ताकि रिन्युएबल एनर्जी बिजनेस के वैल्यू को अनलॉक किया जा सके।
Jefferies को वैसे तो NTPC के कोल बिजनेस के मुकाबले रिन्युएबल एनर्जी बिजनेस में दो गुना प्रीमियम नजर आ रहा है लेकिन इसमें एक रिस्क भी है। रिस्क ये है कि अगर कंपनी प्लान को ठीक से लागू नहीं कर पाती है या फिर अंडर रिकवरी होती है तो शेयर प्राइस में वैसी तेजी नहीं आएगी जैसी उम्मीद की जा रही है। Under-recovery का मतलब है कि किसी प्लांट से जितना प्रोडक्शन होना चाहिए उतना ना हो पाना।
लेकिन जहां तक NTPC Green Enery के IPO की बात है तो उसके डॉक्यूमेंट्स से अभी तक बस ये पता चल पाया है कि कंपनी 10,000 करोड़ रुपए का फ्रेश इश्यू जारी करेगी। इसके इश्यू प्राइस, ओपनिंग डेट और लिस्टिंग की तारीख के बारे में अभी कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है।