रिजर्व बैंक (RBI) 4 सितंबर को होने वाले वीकली बॉन्ड ऑक्शन में 10 साल के बेंचमार्क बॉन्ड पर 6.72-6.79 पर्सेंट के दायरे में कूपन रेट तय कर सकता है। मनी मार्केट एक्सपर्ट्स ने यह अनुमान पेश किया है। यह बेंचमार्क बॉन्ड के मौजूदा कूपन रेट (7.10 पर्सेंट) से 0.30-0.35 पर्सेंट कम है। नई दिल्ली के फंड हाउस सॉवरेन ग्लोबल मार्केट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश कुमार तुलस्यान ने बताया, ‘घरेलू और विदेशी निवेशक सभी परिस्थितियों के असर का आकलन करेंगे और यह उम्मीद की जाती है कि बेंचमार्क के बॉन्ड के लिए नई दर 6.70-6.72 पर्सेंट रहना चाहिए।’
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक के ट्रेजरी हेड गोपाल त्रिपाठी ने बताया कि नए बेंचमार्क बॉन्ड पर कूपन रेट 6.77 पर्सेंट से 6.79 पर्सेंट के दायरे में रह सकता है। केंद्र सरकार ने 30 सितंबर को 10 साल वाले 22,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड जारी करने का ऐलान किया था। रिजर्व बैंक के नोटिफिकेशन के मुताबिक, इस बॉन्ड के लिए ऑक्शन 4 अक्टूबर को होगा।
इस ऑक्शन में मल्टीपल प्राइस मेथड का इस्तेमाल किया जाएगा। रिजर्व बैंक ने बताया है कि ऑक्शन के लिए कॉम्पिटिटिव और नॉन-कॉम्पिटिटिव बिड को 4 अक्टूबर को रिजर्व बैंक के कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (ई-कुबेर) सिस्टम में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में सबमिट किया जाएगा।
कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वजहों से पिछले कुछ महीनों में सरकारी सिक्योरिटीज पर यील्ड में नरमी देखने को मिली है। घरेलू मोर्चे पर इनफ्लेशन में गिरावट, जेपी मॉर्गन ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में भारतीय बॉन्ड्स को शामिल किया जाना, लगातार हाई ग्रोथ और विकसित देशों में ब्याज दर में कटौती का अनुमान जैसी वजहों से ऐसा हुआ है। जेपी मॉर्गन ने 28 जून को भारतीय बॉन्ड्स को अपने इंडेक्स में शामिल किया। इस ऐलान के बाद भारतीय बॉन्ड्स में काफी निवेश देखने को मिला है।