Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन के शेयर (Titan Share) लगातार फोकस में हैं। मॉर्गन स्टेनली ने टाइटन कंपनी पर अपनी ‘ओवरवेट’ रेटिंग दोहराई है और प्रति शेयर 3,570 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। निवेश फर्म ने अगले 15 दिनों में शेयर की कीमत बढ़ने की 80 प्रतिशत संभावना बताई है। हालांकि, कंपनी के शेयर आज गुरुवार को 2% से अधिक गिरकर 3,684.45 रुपये पर बंद हुए हैं। जून से सितंबर तक स पॉजिटिव मंथली रिटर्न के बाद टाइटन के शेयरों में अक्टूबर में अब तक लगातार गिरावट देखी जा रही है।
क्या है डिटेल
बता दें कि टाइटन के कारोबार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ज्वेलरी सेगमेंट है। इसमें साल-दर-साल 16 प्रतिशत की मजबूत रेवेन्यू वृद्धि देखने की उम्मीद है। इसका कारण जुलाई में सोने पर आयात शुल्क में कटौती के बाद मांग में बढ़ोतरी को माना जा रहा है। जुलाई 2024 में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024 में सोने पर आयात शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत करने की घोषणा की। यह अब तक की सबसे बड़ी कटौती और जून 2013 के बाद से सबसे कम शुल्क दर थी। इसके अलावा, मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि पिछले साल पितृ पक्ष की अवधि में देरी के कारण उच्च आधार प्रभाव पैदा हुआ था। ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि टाइटन अपनी विकास गति में सुधार दिखा रहा है। टाटा समूह की कंपनी टाइटन मुख्य रूप से ज्वेलरी, घड़ियां और चश्मे सहित फैशन सहायक इक्विपमेंट बनाती है। इसे TIDCO के साथ एक संयुक्त उद्यम के रूप में स्थापित किया गया था और इसका कॉर्पोरेट मुख्यालय बैंगलोर के इलेक्ट्रॉनिक सिटी में है और रजिस्टर्ड कार्यालय होसुर, तमिलनाडु में है।
कैरेटलेन के अधिग्रहण की वित्तीय लागत से प्रभावित होकर टाइटन ने Q1 FY25 के लिए शुद्ध लाभ में साल-दर-साल (YoY) 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की। तिमाही के दौरान परिचालन से राजस्व 12.6 प्रतिशत बढ़कर 12,223 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मुनाफा 715 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के शेयरों के हाल
बता दें कि टाइटन के शेयर सालभर में 16% और पांच साल में 200% तक चढ़ा है। हालांकि, लंबी अवधि में इसने अपने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है। साल 1999 से अब तक में इस शेयर में करीबन 87,000% की जबरदस्त रैली देखी गई है। बता दें कि टाटा के इस शेयर में एलआईसी का भी बड़ा दांव है। एलआईसी के पास कंपनी के 1,92,76,861 शेयर यानी 2.17 फीसदी हिस्सेदारी है।