ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइल हमला करने की खबरों के बाद मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतों में आग लग गई। क्रूड ऑयल में लगभग 4% की उछाल आई। ब्रेंट वायदा 3.5% बढ़कर 74.2 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 2.54 डॉलर या 3.7% बढ़कर 70.7 डॉलर पर पहुंच गया। कच्चे तेल के दाम में फिर से उछाल ने भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
टीओआई की खबरों के लेबनान पर कई हफ़्तों तक चले ताबड़तोड़ इजरायली हवाई हमलों के बाद मीडिल ईस्ट में संघर्ष की चिंताएं बढ़ा दी हैं। लेबनान में ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह ने तेल अवीव पर मिसाइलें दागीं। अमेरिका ने चेतावनी दी कि उसके पास संकेत हैं कि ईरान इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है। इजरायल के हमलों के जवाब में ईरान ने भी स्ट्राइक कर दिया। इसके बाद बॉन्ड, सोना और अमेरिकी डॉलर भी चढ़ गए।
टोक्यो में स्टॉक में गिरावट आई , जबकि एसएंडपी 500 के 0.9% फिसलने के बाद सिडनी में वायदा में थोड़ा बदलाव हुआ था। शुरुआती कारोबार में अमेरिकी इक्विटी वायदा में गिरावट दर्ज की गई। वॉल स्ट्रीट का वीआईएक्स मंगलवार को उच्च स्तर पर पहुंच गया, यानी बाजार अस्थिरता की स्थित में है।
टेक सेक्टर के लिए सबसे खराब रहा मंगलवार
एक्सटीबी के रिसर्च डायेक्टर कैथलीन ब्रूक्स ने कहा, “अगर संघर्ष खत्म हो जाता है तो टेक शेयरों ठीक प्रदर्शन करेंगे। टेक सेक्टर मंगलवार को सत्र का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला था, जिसमें ऐप्पल इंक और एनवीडिया कॉर्प लगभग 3% डूब गए। नैस्डैक 100 ने दोपहर के कारोबार में 1.4% की गिरावट के साथ 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की।
रिथोल्ट्ज वेल्थ मैनेजमेंट की मुख्य बाजार रणनीतिकार कैली कॉक्स ने कहा, “मध्य पूर्व में तनाव के कारण बाजार में उथल-पुथल मची हुई है। तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, बॉन्ड बढ़ रहे हैं, सोना बढ़ रहा है, शेयर गिर रहे हैं। यह क्लासिक भू-राजनीतिक रिएक्शन है।”