रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने शनिवार 28 सितंबर को बताया कि भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने वायाकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नॉन-न्यूज और करेंट अफेयर्स टेलीविजन चैनलों के लाइसेंस को स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर करने की मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) की ओर से रखे गए शर्तों के मुताबिक दी गई है। यह फैसला रिलायंस और डिज्नी के ज्वाइंट वेंचर बनाने की रणनीति का हिस्सा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने आगे बताया कि सरकार ने 27 सितंबर को जारी एक आदेश के जरिए यह मंजूरी दी।
रिलायंस और डिज्नी ने 28 फरवरी 2024 को भारत में अपने एंटरटेनमेंट ब्रांडों को एक साथ लाने के लिए एक रणनीतिक ज्वाइंट वेंचर बनाने का ऐलान किया था। इस समझौते के तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी कंपनी, Viacom18 को डिज्नी की भारतीय इकाई, स्टार इंडिया के साथ मर्ज कर दिया जाएगा। इस मर्जर से बनने वाली नई कंपनी देश की सबसे बड़ी टेलीविजन और डिजिटल स्ट्रीमिंम कंपनी होगी।
कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने 70,350 करोड़ रुपये क इस मर्जर को बीते 28 अगस्त 2024 को मंजूरी दी थी। वहीं नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से इस डील को 30 अगस्त को मंजूरी मिली थी।
Sony, Netflix और Amazon को मिलेगी चुनौती
समझौते की शर्तों के तहत वायकॉम18 के मीडिया संचालन को कोर्ट से मंजूर किए अरेंजमेंट स्कीम के जरिए स्टार इंडिया लिमिटेड के साथ मर्ज कर दिया जाएगा। पोस्ट-मनी आधार पर इस ज्वाइंट वेंचर की वैल्यू 70,350 करोड़ रुपये है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज करीब 11,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
रिलायंस-डिज्नी की इस नई साझेदारी के पास 120 टीवी चैनल और 2 स्ट्रीमिंग सेवाएं होंगी, जिसके जरिए ये सोनी, नेटफ्लिक्स और एमेजॉन के साथ मुकाबला करेगा।
नए बोर्ड में 10 सदस्य होंगे, जिसमें से 5 सदस्य रिलायंस इंडस्ट्रीज के, 3 सदस्य डिज्नी के और 2 इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स होंगे। मर्जर के 2024 की अंतिम तिमाही या 2025 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।