लगातार कई दिनों की तेजी के बाद शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार बिकवाली मोड में पहुंच गया। इस माहौल के बीच स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के शेयर की भारी डिमांड थी। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार में 1,192 करोड़ रुपये की बड़ी डील होने के बाद स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी के शेयरों में 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। स्टर्लिंग और विल्सन के कम से कम 1.90 करोड़ शेयर, 629 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेचे गए हैं। यह 8 प्रतिशत इक्विटी के बराबर है। हालांकि, खरीदारों और विक्रेताओं के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं मिल सकी है।
शेयर का हाल
बता दें कि शु्क्रवार को ट्रेडिंग के दौरान स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी के शेयर 665 रुपये के स्तर तक पहुंच गए थे। 21 मई 2024 को शेयर 828 रुपये के 52 वीक हाई पर था। वहीं, अक्टूबर 2023 में शेयर की कीमत 253.45 रुपये थी। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है।
कंपनी के सीएफओ का इस्तीफा
स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी के मैनेजमेंट में भी उथल-पुथल है। इस सप्ताह की शुरुआत में बहादुर दस्तूर ने 21 सितंबर से कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) के पद से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि कंपनी वैश्विक सोलर ईपीसी और ओ एंड एम सेवा प्रोवाइडर है। अनंद राठी स्टॉक और स्टॉकब्रोकर्स का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026-31 में लगभग 30,000 रुपये के साथ 1.1 लाख करोड़ रुपये के ईपीसी अवसर प्रदान करने के अपने शुद्ध-शून्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए आरआईएल की 2030 तक 100 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता (मुख्य रूप से सौर और बैटरी भंडारण) स्थापित करने की योजना है।
कंपनी को मिला है बड़ा ऑर्डर
हाल ही में स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी को राजस्थान में सोलर एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए 550 करोड़ रुपये से अधिक का ठेका मिला है। परियोजना इंजीनियरिंग, खरीद व निर्माण (ईपीसी) आधार पर स्थापित की जाएगी। यह ठेका 550 करोड़ रुपये से अधिक का है।