Market view : 26 सितंबर को भारतीय इक्विटी इंडेक्स मजबूत नोट पर बंद हुए और निफ्टी पहली बार 26,200 के पार चला गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 666.25 अंक या 0.78 फीसगी बढ़कर 85,836.12 पर और निफ्टी 211.80 अंक या 0.81 फीसदी बढ़कर 26,216 पर बंद हुआ है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि चीन में हाल ही में की गई आर्थिक प्रोत्साहन घोषणा ने निवेशकों का भरोसा काफी बढ़ा दिया है। इसके चलते ग्लोबल बाजारों में, विशेष रूप से एशियाई बाजारो में, अच्छी तेजी देखने को मिली। इसके अलावा अच्छे अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से भी बाजार को सपोर्ट मिला है।
इस बीच भारतीय बाजार भी नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में कॉर्पोरेट आय में मजबूत मजबूती की उम्मीद से बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। विकास कार्यों पर सरकार के खर्च से इकोनॉमी को बूस्ट मिलने की उम्मीद है। बाजार कि इस तेजी का नेतृत्व लार्ज-कैप शेयरों द्वारा किया जा रहा है। इनका वैल्यूएशन मिड और स्मॉल कैप की तुलना में अच्छा लग रहा है। मिड और स्मॉलकैप में अब थकान के संकेत दिख रहे हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मंथली एक्सपायरी वाले दिन अनुकूल संकेतों के कारण बाजार में तेजी आई और करीब 1 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई। सपाट शुरुआत के बाद, निफ्टी ने सकारात्मक रुख के साथ कारोबार किया और अंतिम घंटों में अच्छी तेजी देखने को मिली। अच्छे ग्लोबल संकेत और विभिन्न सेक्टरों में रोटेशनल बाइंग हर हफ्ते इंडेक्स को ऊपर की ओर ले जा रही है। वर्तमान इंडीकेटरों से संकेत मिल रहा है कि बाजार में तेजी जारी रहेगी। निफ्टी के 26,500 अंक तक पहुंचने की संभावना दिख रही है। इस तेजी में सभी सेक्टरों की भागीदारी है। लेकिन बैंकिंग, ऑटो, रियल्टी और फाइनेंशियल जैसे रेट सेंसिटिव सेक्टरों में ज्यादा तोजी की उम्मीद है। मेटल और एनर्जी सेक्टर से भी चुनिंदा स्टॉक चुनने की सलाह है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी डेली टाइम फ्रेम पर कंसोलीडेशन से बाहर निकल गया है। अब ये तेजी को मोड में है। उम्मीद है कि तेजी कायम रहेगी क्योंकि इंडेक्स एक अहम मूविंग एवरेज से ऊपर बंद हुआ है। हालांकि 26,000 से नीचे की गिरावट मौजूदा तेजी को बाधित कर सकती है। लेकिन तब तक इंडेक्स में मजबूती बनी रहने की संभावना है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि वीकली एक्सपायरी के दिन निवेशकों द्वारा अपनी पोजीशन समेटने के साथ-साथ एशियाई और यूरोपीय बाजारों में तेजी के कारण बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने नई ऊंचाईयों को छुआ। बैंकिंग, ऑटो और मेटल शेयरों में खरीदारी के कारण बेंचमार्क सूचकांकों में तेजी आई और सेंसेक्स अब 86 हजार के स्तर की ओर बढ़ रहा है। अमेरिका और कुछ दूसरे विकसित अर्थव्यवस्थाओं में बॉन्ड यील्ड में गिरावट और चीन द्वारा प्रोत्साहन घोषणाओं के कारण भारत सहित वैश्विक इक्विटी बाजारों में नई उम्मीद जागी है।
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