केंद्रीय बैंक RBI ने आईआईएफएल फाइनेंस (IIFL Finance) के गोल्ड लोन बिजनेस पर जो प्रतिबंध लगाया था, उसे वापस ले लिया है। जब छह महीने पहले यह प्रतिबंध लगा था तो उस समय मार्केट ने अनुमान लगाया था कि इसका फायदा कॉम्पटीटर्स मुथूट फाइनेंस (Muthoot Finance) और मणप्पुरम फाइनेंस (Manappuram Finance) को मिल सकता है। हालांकि मॉर्गन स्टैनले का अनुमान है कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिल रहा है कि इन दोनों को आरबीआई के बैन से फंडामेंटल रूप से कोई फायदा मिला हो। आरबीआई ने 19 सितंबर को IIFL फाइनेंस के गोल्ड लोन कारोबार पर रोक लगाया था। इसके चलते कंपनी को गोल्ड लोन बांटने पर रोक लग गई थी।
RBI Ban on IIFL Finance: क्यों लगा था बैन और अब कैसे हटा?
इस साल की शुरुआत में आरबीआई ने आईआईएफएल पर प्रतिबंध लगाया था ताकि यह रेगुलेचरी स्टैंडर्ड्स को पूरा कर सके। यह बैन इसलिए लगाया गया था ताकि कंपनी अपने इंटर्नल कंट्रोल और गवर्नेंस को मजबूत कर सके। इसके बाद IIFL ने कई कदम उठाए जिसके बाद आरबीआई ने अब प्रतिबंध हटा लिया है।
Muthoot Finance और Manappuram Finance को कितना हुआ फायदा?
आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस के गोल्ड लोन बिजनेस पर बैन लगाया तो इसका फायदा मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस को फायदा मिला या नहीं, यह सवाल अभी भी बना हुआ है। हालांकि दोनों के शेयर इस साल 37 फीसदी तक उछले हैं लेकिन यह गोल्ड की बढ़ती कीमतों के चलते हुआ है। मॉर्गन स्टैनले का मानना है कि गोल्ड की कीमतों में उछाल के चलते मुथूट फाइनेंस को फायदा मिला। इसका कहना है कि मणप्पुरम की तुलना में गोल्ड लोन बिजनेस की संभावनाओं और गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव को लेकर यह अधिक संवेदनशील है।
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