Gold Price: अमेरिका के ब्याज दरों में कटौती के फैसले क्या आपके घर में रखे सोने पर असर डालता है? अगर एक्सपर्ट के माने तो अमेरिका के ब्याज दर घटाने पर सोना महंगा हो सकता है। इससे आपके घर में रखे सोने की वैल्यू बढ़ जाएगी लेकिन गोल्ड ज्वैलरी खरीदने के लिए ज्यादा पैसा चुकाना होगा। यहां बता रहे हैं कि अमेरिका के रेट घटाने का असर भारत पर कैसे पड़ता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपने ब्याज दर में आधा प्रतिशत की बड़ी कटौती की। यह बदलाव पिछले दो सालों में दरें बढ़ने के बाद हुआ है। पहले ब्याज दरें 5.3 प्रतिशत पर थीं, जो अब घटकर 4.8 प्रतिशत हो गई हैं। यह फैसला महंगाई को काबू में लाने के लिए लिया गया, लेकिन महंगाई काबू करने के चक्कर में अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए कर्ज महंगा हो गया था।
अमेरिकी फैसले का सोने की कीमतों पर असर
फेड की दर कटौती के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें स्थिर रहीं, हालांकि एक दिन पहले उन्होंने रिकॉर्ड ऊंचाई छू ली थी। गुरुवार को स्पॉट गोल्ड की कीमत 2,562.85 डॉलर प्रति औंस रही, जबकि बुधवार को यह 2,599.92 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर थी। OANDA के विशेषज्ञ केल्विन वोंग का कहना है कि सोने में थोड़ी मुनाफावसूली हो सकती है, लेकिन लंबे समय में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। अनुमान है कि इस साल सोने की कीमतें 2,640 डॉलर से 2,700 डॉलर के बीच पहुंच सकती हैं।
भारत पर असर सोने की कीमतों पर असर
जब फेडरल रिजर्व ब्याज दरें घटाता है, तो अमेरिकी डॉलर कमजोर हो जाता है। इससे सोने की कीमत बढ़ जाती है क्योंकि सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। अमेरिकी डॉलर कमजोर होने पर भारतीय खरीदारों के लिए सोना सस्ता हो जाता है, जिससे भारत में सोने की मांग बढ़ सकती है। अगमोंट गोल्ड फॉर ऑल की रिसर्च हेड डॉ. रेनीषा चैनानी ने बताया कि सोने की कीमतें 2,600 डॉलर (73,750 रुपये) तक पहुंच गई हैं। इसके बाद कुछ मुनाफावसूली हो सकती है, जिससे कीमतें 2,500 डॉलर (71,800 रुपये) तक गिर सकती हैं। एक्सपर्ट के अनुसार ब्याज दरों में कमी के कारण सोने की मांग बढ़ सकती है क्योंकि सोना पारंपरिक रूप से महंगाई से बचाव का एक अच्छा साधन माना जाता है।