बजाज ऑटो ने कोविड की महामारी के बाद 125सीसी से ज्यादा पावर की मोटरसाइकिल्स पर फोकस बढ़ाने का फैसला किया था। इसका फायदा कंपनी को मिलता दिख रहा है। 125 सीसी प्लस सेगमेंट की ग्रोथ सबसे तेज रही है। इंडिया में बाइक्स की कुल बिक्री में इस सेगमेंट की करीब 50 फीसदी हिस्सेदारी है। FY2024 में इस सेगमेंट की ग्रोथ 21 फीसदी रही। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बजाज ऑटो की टू-व्हीलर्स की कुल सेल में 125सीसी से ज्यादा पावर वाली बाइक्स की करीब 75 फीसदी हिस्सेदारी है। इस सेगमेंट में बजाज ऑटो की बाजार हिस्सेदारी 26 फीसदी है।
Bajaj Auto ने इंटर्नल कंबशन इंजन (ICE) सेगमेंट में टू-व्हीलर्स के कई नए मॉडल लॉन्च किए हैं। इसस कंपनी को बाजार में फिर से अपनी मजबूत पैठ बनाने में मदद मिली है। इसकी बाजार हिस्सेदारी करीब 19 फीसदी हो गई है। करीब एक दशक पहले बजाज ऑटो की बाजार हिस्सेदारी में तेजी गिरावट देखने को मिली थी। TVS Motor और Honda Motorcycles की तरफ से बढ़ती प्रतियोगिता की वजह से ऐसा हुआ था। अब कंपनी ने 400सीसी से ज्यादा पावर वाली बाइक्स में भी अपनी स्थिति मजबूत की है।
बजाज ऑटो के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर Chetak की सफलता को लेकर संदेह जताया गया था। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स में बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से चेतक तीसरे पायदान पर है। कंपनी को जल्द चेतक के दूसरे पायदान पर आ जाने की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स में भी न सिर्फ बजाज ऑटो की बाजार हिस्सेदारी बढ़ रही है बल्कि अच्छा प्रॉफिट भी हो रहा है। बीती कुछ तिमाहियों में कंपनी की सेल्स वॉल्यूम लगातार बढ़ी है। बाइक्स की कीमतें बढ़ाने से कंपनी का रियलाइजेशन भी बढ़ा है।
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का EBITDA मार्जिन 120 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 20 फीसदी रहा। एनालिस्ट्स का कहना है कि FY25 के दौरान कंपंनी की प्रॉफिट में इजाफा देखने को मिल सकता है। हालांकि, यह इजाफा ज्यादा नहीं होगा, क्योंकि ग्रोथ को लेकर कुछ रिस्क हैं। इसके बावजूद मैनेजमेंट और एनालिस्ट्स का मानना है कि टू-व्हीलर्स की सेल्स ग्रोथ FY25 में 7-8 फीसदी रह सकती है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की सेल्स बढ़ने से कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ेगा।
बजाज ऑटो सहित दूसरी टू-व्हीलर्स कंपनियों के एक्सपोर्ट को लेकर कुछ अनिश्चितता दिख रही है। अब तक बजाज ऑटो के प्रॉफिट में एक्सपोर्ट की अच्छी हिस्सेदारी रही है। दुर्भाग्य से कंपनी के एक्सपोर्ट के लिए दो बड़े मार्केट्स-बांग्लादेश और नाइजीरिया में हालात अच्छे नहीं हैं। सिर्फ लैटिन अमेरिकी इलाके में एक्सपोर्ट में ग्रोथ दिख रही है। कुल मिलाकर आने वाल समय में घरेलू मार्केट्स के मुकाबले एक्सपोर्ट की ग्रोथ कम रह सकती है। इसका असर बजाज ऑटो के प्रॉफिट मार्जिन पर पड़ेगा।
टू-व्हीलर्स की लॉन्ग टर्म डिमांड अच्छी रहने की उम्मीद है। ग्रामीण इलाकों में सेंटिमेंट बेहतर हो रहा है, जिससे मीडियम और लॉन्ग टर्म में सेल्स बढ़ने की उम्मीद है। आगे इंटरेस्ट रेट्स घटने की उम्मीद है। इससे ऑटो लोन सस्ता होगा। इससे सेल्स को सपोर्ट मिलेगा। एनालिस्ट्स का मानना है कि बजाज ऑटो के स्टॉक्स में मौजूदा स्तर से गिरावट आने की संभावना नहीं है। ऑपरेशन एफिशियंसी बढ़ने से कैश फ्लो स्ट्रॉन्ग रहने की उम्मीद है। इससे रिटर्न रेशियो बढ़ सकता है। इस वजह से इस स्टॉक में निवेशकों की दिलचस्पी बने रहने की उम्मीद है।