बजाज हाउसिंग फाइनेंस (बीएचएफ) के आईपीओ में निवेशकों ने जबर्दस्त दिलचस्पी दिखाई। 16 सितंबर को बीएचएफ का स्टॉक इश्यू प्राइस के मुकाबले 135 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ। 17 सितंबर को स्टॉक मार्केट खुलने पर बीएचएफ के शेयरों में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। 11:25 बजे इसका प्राइस 8 फीसदी के उछाल के साथ 178 रुपये चल रहा था। सवाल है कि यह स्टॉक किस लेवल तक जाएगा?
दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे की सलाह याद रखें
BHF के शेयर में FY26 में इसके अनुमानित बुक वैल्यू के 6.2 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। ऐसा लगता है कि बीएचएफ की वैल्यूएशन ज्यादा बनी रहेगी, जिसकी वजह Bajaj Finance का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड है। लेकिन, हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में कड़ी प्रतियोगित और बहुत कम मार्जिन को देखते हुए बीएचएफ की वैल्यूएशन को सही नहीं कहा जा सकता। लेकिन, बजाज समूह की कंपनी होने की वजह से इस प्रीमियम वैल्यूएशन के जारी रहने की उम्मीद है। निवेशकों को दिग्गज इनवेस्टर वॉरेन बफे की सलाह याद रखनी चाहिए। उन्होंने कहा था, “किसी अच्छे स्टॉक को ज्यादा कीमत पर खरीदने से बेहतर है किसी अच्छे स्टॉक को सही कीमत पर खरीदा जाए।”
शेयरों के सही लेवल पर आने का करें इंतजार
ऐसे निवेशक जिन्हें बीएचएफ के आईपीओ में शेयर एलॉट हुए हैं वे शानदार लिस्टिंग गेंस का फायदा उठाते सकते हैं। जिन निवेशकों को यह स्टॉक एलॉट नहीं हुआ है वे इसे खरीदने के लिए सही इसके सही प्राइस पर आने का इंतजार करना चाहिए। LIC Housing Finance इंडिया की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है। बीएचएफ दूसरे नंबर पर है। LIC HF के शेयरों में उसकी फॉरवर्ड बुक वैल्यू से कम पर ट्रेडिंग हो रही है, जबकि बीएचएफ में काफी ज्यादा वैल्यूएशन पर ट्रेडिंग हो रही है।
सोचसमझ कर हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर पर लगाएं दांव
निवेशक बीएचएफ की शानदार लिस्टिंग के बाद दूसरी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों पर विचार कर सकते हैं, जिनकी फिर से रेटिंग हो सकती है। हमारी निवेशकों को यह सलाह नहीं है कि उन्हें सिर्फ कम वैल्यूएशन की वजह से किसी स्टॉक को खरीदना चाहिए। लेकिन, हमारा मानना है कि निवेशकों को नापतौल कर रिस्क लेना चाहिए। होम लोन फाइनेंस कंपनियों के लिए ऐसा सेगमेंट है, जिसमें क्रेडिट कॉस्ट सबसे कम है। इसमें एफोर्डेबल हाउसिंग के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं, क्योंकि इस पर सरकार का फोकस है।
हाउसिंग फाइनेंस मार्केट में संभावनाएं
BHF मुख्य रूप से प्राइम सेगमेंट में ऑपरेट करती है, जहां इसका मुकाबला बैंकों से है। इस सेगमेंट में यील्ड के मामले में काफी प्रतियोगिता है। उधर, एफोर्डेबल हाउसिंग में यील्ड बेहतर है और ग्रोथ की भी काफी संभावना है। डिमांड-सप्लाई की स्थिति को देखते हुए मध्यम अवधि में एफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट की ग्रोथ ज्यादा रहने की संभावना है। उधर, बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सब्सिडी के ऐलान और आरबीआई के इंटरेस्ट रेट घटाने की उम्मीद को देखते हुए छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में हाउसिंग लोन की मांग अच्छी रहने की संभावना है।
बीएचएफ के लिए चुनौतियां
बीएचएफ की लोन बुक प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले सुरक्षित और डायवर्सिफायड है। लेकिन, रिस्की एसेट्स में कम एक्सपोजर की वजह से यील्ड कॉम्पटिटिव बनी हुई है और प्राइम होम लोन सेगमेंट में इसे बैंकों से भी प्रतियोगिता का सामना करना पड़ता है। हाई कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो की वजह से बीएचएफ का रिटर्न रेशियो भी कम है। इसके अलावा लिस्टिंग के बाद यह स्टॉक दूसरी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के मुकाबले काफी प्रीमियम पर चल रहा है। उधर, LIC Housing Finance के स्टॉक की वैल्यूएशन काफी कम चल रही है। हालांकि, एलआईसी एचएफ के लिए लोन बुक और रिटर्न रेशियो में अच्छी ग्रोथ हासिल करना मुश्किल है। इस वजह से एलआईसी एचएफ के मुकाबले Repco Home Finance का स्टॉक बेहतर है।