बाजार नियामक सेबी ने सोमवार को बोनस शेयर के क्रेडिट होने और उनकी ट्रेडिंग के बीच लगने वाला समय घटा दिया। आवंटित शेयर ट्रेडिंग के लिए टी प्लस 2 के आधार पर उपलब्ध कराए जाएंगे। रिकॉर्ड डेट को ट्रेड डे माना जाएगा। नियामक ने बोनस शेयर का प्रस्ताव लाने वाली कंपनियों को अपने बोर्ड की मंजूरी के पांच कार्यदिवसों के भीतर स्टॉक एक्सचेंजों से सैद्धांतिक मंजूरी के लिए आवेदन करने का निर्देश दिया है।
समयसीमा में कमी नियामक की तरफ से चरणों में उठाए गए कई कदमों के बाद हुई है। इससे पहले नियामक ने प्राथमिक बाजार में समयसीमा टी प्लस 6 से घटाकर टी प्लस 3 कर दी थी। द्वितीयक बाजार के लिए सेबी टी प्लस जीरो यानी ट्रेड के दिन ही सेटलमेंट का परीक्षण कर रहा है।
बीएसई का शेयर 18 फीसदी उछला
बीएसई का शेयर सोमवार को 18 फीसदी उछल गया जबकि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में 5 फीसदी का इजाफा हुआ। बाजार के प्रतिभागियों ने इन शेयरों में बढ़ोतरी की वजह बाजार नियामक की तरफ से एनएसई और उसके पूर्व अधिकारियों पर को-लोकेशन मामले में आरोप वापस लेने के फैसले को बताया है।
विश्लेषकों का मानना है कि इससे एनएसई के आईपीओ की राह खुल सकती है, जिसका अन्य सूचीबद्ध मार्केट इंटरमीडियरीज पर भी असर हो सकता है। दिलचस्प रूप से एनएसई के असूचीबद्ध शेयर की कीमतें पिछले तीन साल में तीन गुनी हो गई हैं और इस समय भाव 6,000 से 6,200 रुपये प्रति शेयर है।