HDFC Bank Share Price: बजाज हाउसिंग फाइनेंस की दमदार लिस्टिंग के अलावा आज शेयर बाजार से एक बड़ी खबर आई है जो निवेशकों की फिक्र बढ़ा सकता है। खबर ये है कि HDFC Bank पर अब म्यूचुअल फंड्स का भरोसा भी कम हो गया है। अगस्त में म्यूचुअल फंड्स ने HDFC Bank के 8,200 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। अगर आप भी HDFC Bank के इनवेस्टर हैं तो आपको ये जरूर जानना चाहिए कि आखिरी क्यों HDFC Bank के शेयरों में लगातार बिकवाली हो रही है। इस साल पहले FII ने HDFC Bank के शेयर बेचे थे। अब अगस्त में म्यूचुअल फंड हाउस ने शेयर बेचे।
आखिर ऐसी क्या वजह है कि पिछले 4 साल से लगातार जितने भी बड़े निवेशक हैं वो HDFC Bank के शेयरों से निकल रहे हैं? इस बैंकिंक स्टॉक पर लगातार सेलिंग प्रेशर क्यों बना हुआ है। ऐसे में क्या रिटेल इनवेस्टर्स को HDFC Bank के शेयरों से तुरंत निकल जाना चाहिए या और इंतजार करना चाहिए? एक निवेशक के तौर पर आपका ये सब जानना जरूरी है।
4 साल से तेजी का इंतजार
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो आपने ये जरूर ध्यान दिया होगा कि पिछले 4 साल में HDFC Bank के शेयर 1800 का लेवल तक नहीं छू पाए हैं। साल 2021 से ही यह शेयर बार-बार 1730-1750 के बीच पिस रहा है। ऐसे में म्यूचुअल फंड हाउस पर भी परफॉर्मेंस का प्रेशर था जिसकी वजह से अब वो भी थक-हारकर HDFC Bank के शेयरों से निकल रहे हैं।
HDFC Bank में 41 म्यूचुअल फंड्स का निवेश था जिनमें से 23 ने अपनी हिस्सेदारी घटा ली है। शेयर बेचने वालों में कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड्स , क्वांट म्यूचुअल फंड्स और SBI म्यूचुअल फंड्स जैसे बड़े नाम हैं। क्वांट म्यूचुअल फंड्स ने तो HDFC Bank में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। इस साल जनवरी से जुलाई के बीच तक म्यूचुअल फंड्स ने 45,000 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे लेकिन यह शेयर अपने रेंज से निकल नहीं पा रहा है जिसकी वजह से बिकवाली देखी जा रही है।
हालांकि इक्का-दुक्का फंड हाउस हैं जिनका भरोसा HDFC Bank पर बना हुआ है। ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड्स फिलहाल HDFC BANK के शेयरों का टॉप बायर बनकर उभरा है। इसके अलावा UTI म्यूचुअल फंड और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने भी खीरदारी की है।
वैसे अभी तक यह साफ नहीं है कि म्यूचुअल फंड ने सिर्फ एक महीने में इतने बड़े पैमाने पर शेयर क्यों बेचा। लेकिन असल सवाल ये है कि जब इतने बड़े पैमाने पर FII और म्यूचुअल फंड दोनों HDFC Bank के शेयर बेच रहे हैं तो फिर खरीद कौन रहा है। मार्केट एक्या है एक्सपर्ट्स की राय?क्सपर्ट्स का कहना है कि इसके शेयर खरीदने वाले सिर्फ रिटेल इनवेस्टर्स हैं। पिछले 4 साल से बड़े निवेशक HDFC Bank के शेयर बेच रहे हैं और छोटे निवेशकर खरीद रहे हैं।
क्या है एक्सपर्ट्स की राय
मार्केट एक्सपर्ट सर्वेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि 2021 से ही HDFC Bank के शेयर 1800 का लेवल पार नहीं कर पाए हैं। हर बार यह 1730-1750 के लेवल से नीचे आ जाते हैं। उनका कहना है कि यहां कुछ तो है जिसकी वजह से बड़े-बड़े लोग बेच रहे हैं और छोटे निवेशक खरीद रहे हैं। पिछले 4 साल में निफ्टी के बुल रैली में अभी तक HDFC Bank के शेयर शामिल नहीं हो पाए हैं तो इसका मतलब है कि कोई बहुत बड़ा निवेशक इसमें लगातार शेयर सेल कर रहा है। सर्वेंद्र श्रीवास्त का कहना है कि जब तक HDFC Bank के शेयर 1800 का लेवल पार नहीं कर लेते इसमें नए समीकरण नहीं बनेंगे। तो रिटेल निवेशकों के लिए इसके शेयरों से निकल जाना ही बेहतर है।
वैसे HDFC BANK के शेयरों का प्रदर्शन इस साल बहुत खराब रहा है। इस साल अब तक इसके शेयरों ने डेढ़ पर्सेंट से ज्यादा का नेगेटिव रिटर्न दिया है। जबकि इस दौरान SBI का शेयर 23 फीसदी, icici bank का शेयर 24 फीसदी और एक्सिस बैंक का शेयर 10 फीसदी तक चढ़ चुका है। 16 सितंबर को HDFC BANK के शेयर कारोबार के अंत में एक चौथाई फीसदी बढ़कर 1670 रुपए पर बंद हुए हैं।
HDFC Bank के शेयरों पर भरोसा बरकरार
हालांकि कुछ ब्रोकरेज हाउस का भरोसा अब भी इस शेयर पर बना हुआ है। ब्रोकरेज फर्म निर्मल बांग ने HDFC BANK के शेयरों के लिए 2095 रुपए का टारगेट दिया है। जो इसके मौजूदा शेयर प्राइस से 26 फीसदी ज्यादा है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि अगले कुछ साल में बैंक की ग्रोथ डबल डिजिट में रहेगी। इसके ब्रांच की संख्या और डिजिटल फूटप्रिंट बढ़ने से भी कंपनी को फायदा होगा। साथ ही HDFC के साथ HDFC bank का विलय होने से क्रॉस सेलिंग का भी मौका मिलेगा जिसका फायदा शेयरों को मिल सकता है। तो अगर आप लंबे समय तक धीरज रख सकते हैं तो इस शेयर के अच्छे दिन के साथ तगड़े रिटर्न का दौर भी लौट सकता है। वैसे आप HDFC Bank के शेयरों में कोई फैसला लेने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।